गौरी के लिए सुहाग की वस्तुएँ जैसे चूड़ी, बिंदी, बिछुआ, मेहँदी, महावर आदि भी बनाते हैं। इसके अलावा दूध वाली गाय, करवा या करुआ बेचने वाली कुम्हारिन, महावर लगाने वाली नाइन, चूड़ी पहनाने वाली मनहारिन, सात भाई-भाभी और उनकी इकलौती बहन, उसका वर, तुलसी का गमला आदि भी बनाए जाते हैं। इस प्रकार करवा चौथ की संपूर्ण कहानी को फलक में चित्रित किया जाता है। कुछ क्षेत्रों में भेंट के रूप में दी जाने वाली करवा-पूजन सामग्री को ले जाते हुए भाई का चित्रण भी आम है। करवा देना भाई का दायित्व है।