एक जमाना था, जब किसी पारिवारिक विवाद को पुलिस थाने या कोर्ट तक ले जाने को बड़ा ही बुरा माना जाता था। कोर्ट के फैसले से ज्यादा बुरा लोगों को कोर्ट जाना लगता था। न्यायालय के लिए कठघरे में खड़ा होना बदनामी का सूचक था। ऐसे मामले भी होते थे, जब विवाद तो बढ़ जाते थे, लेकिन कोर्ट के बाहर समझौता करने में दोनों पक्ष अपनी भलाई समझते थे। आजकल कोर्ट जाना उतना बुरा नहीं माना जाता। तलाक संबंध विवादों को भी लोग सामान्य रूप में लेने लगे है और तलाक को भी।
आजकल पारिवारिक विवादों में मुद्दे को सोशल मीडिया पर ले जाना बुरा माना जाने लगा है। सोशल मीडिया ने एक तरह से पंचायत की भूमिका अपना ली है। वहां टिप्पणी करने पर अनेक लोग अपनी राय देते हैं। इसे बदनामी का एक तरीका भी माना जाने लगा है। कई बड़े-बड़े लोग अपने निजी विवादों को कोर्ट के बाहर सुलझा लेते हैं। फिल्म, खेल और राजनीति के कई सुपरस्टार इसी तरह अपने मामले निपटा रहे हैं।
इन सितारों की हर बात मीडिया उछालता है, लेकिन ये लोग इतनी गोपनीयता से काम करते हैं कि किसी को कानो-कान खबर नहीं होती। तुर्की के इस्तांबुल में रहने वाली प्रख्यात ब्लॉगर निहान कयालियोंग्लू का अपने पति से तलाक के लिए मुकदमा चल रहा है। निहान तुर्की की मशहूर ब्लॉगर हैं और इंस्टाग्राम पर ही उनके फॉलोअर्स की संख्या करीब पौने 2 लाख हैं। उनका शौक है सोशल मीडिया पर लगातार सक्रियता बनाए रखना।
तलाक के मुकदमे के दौरान ही निहान के पति न्यायालय में गए और उन्होंने न्यायालय से अपील की कि निहान सोशल मीडिया पर चाहे जो करें, लेकिन वे एक आपराधिक कृत्य कर रही हैं जिसमें बच्चों को शामिल किया जा रहा है। निहान अपने बच्चों के फोटो नियमित रूप से इंस्टाग्राम पर शेयर कर रही हैं। बच्चों के पिता को उस पर आपत्ति है और उनका कहना है कि इस तरह से एक्सपोजर से बच्चों के लिए खतरा हो सकता है। सोशल मीडिया पर बच्चों की तस्वीर कोई भी व्यक्ति देख सकता है और असामाजिक तत्व उस स्थिति का फायदा उठा सकते हैं। निहान का कहना था कि वह अपने बच्चों के फोटो किसी दुर्भावना के साथ शेयर नहीं कर रही थी, बल्कि शौक से यह कार्य कर रही थी।
निहान के पति ने कई बार बच्चों की तस्वीरें शेयर करने से रोका, लेकिन निहान नहीं मानी, तो उनके पति कोर्ट चले गए। कोर्ट में दरख्वास्त की गई कि निहान बच्चों के लिए खतरा पैदा कर रही है। कोई भी मां इस तरह का काम नहीं कर सकती। आरोप लगाया गया कि निहान की नीयत ठीक नहीं है। ऐसे में उसे आदेश दिया जाए कि वह सोशल मीडिया पर अपने बच्चों की तस्वीरें शेयर न करें।
न्यायालय ने इस मामले को सुना और 30 जून को यह फैसला दिया कि निहान अब अपने बच्चों की कोई तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर न करें। निहान के पति को यह भी शिकायत थी कि उन फोटो के जरिए निहान आम लोगों की सहानुभूति अपने पक्ष में करके न्यायालय के फैसले को प्रभावित कर सकती है। न्यायालय ने उस तर्क को भी स्वीकार किया।
निहान तुर्की की मशहूर ब्लॉगर होने के साथ ही सेलिब्रिटी भी हैं। वहां के टीवी चैनलों पर उनके कार्यक्रम नियमित आते हैं। उनके ब्लॉग बच्चों के लालन-पालन को लेकर लिखे जाते हैं, जो बहुत लोकप्रिय हैं। टीवी कार्यक्रमों में कई बार वे अपने बच्चों को भी ले जाती हैं।
निहान के पति ने यह भी अपील की कि अब उनके बच्चों को लाइव टीवी शो में नहीं ले जाया जाए। कोर्ट ने इस बात पर भी स्वीकृति दी है और निहान से कहा है कि बच्चों को टीवी या इंटरनेट के किसी भी प्लेटफॉर्म पर नहीं आने दें। कोर्ट ने व्यवस्था दी है कि तलाक के मामले में फैसला आने तक निहान अपने बच्चों से केवल सप्ताह अंत में ही मिल सकेगी।
निहान के पति को एक मुख्य आपत्ति इस बात पर भी थी कि वह बच्चों का इस्तेमाल अपने प्रचार के लिए कर रही है और ऐसी तस्वीरें और वीडियो शेयर कर रही है जिनका कोई मतलब नहीं है। कोर्ट में उन्होंने एक वीडियो पेश किया जिसमें निहान ने अपनी छोटी बेटी को अपनी लाल लिपस्टिक दी जिसे वह अपने होठों पर लगा रही है। निहान के पति का कहना था कि इस तरह के वीडियो का कोई मतलब नहीं है और न ही ऐसे वीडियो यह साबित करते हैं कि वह अच्छी मां है।
न्यायालय को इस बारे में भी फैसला लेना है कि दोनों साथ रहेंगे या नहीं और बच्चे किसके साथ रहेंगे, लेकिन यह बात तय है कि अब सोशल मीडिया पर बच्चों की तस्वीरें माता-पिता के तलाक का कारण भी बन सकती है।