इसराइल निर्मित फाल्कन के सोमवार को देश के उत्तरी तटवर्ती क्षेत्र स्थित जामनगर वायुसेना अड्डे पर पहुँचने के साथ ही भारत दक्षिण एशिया का पहला ऐसा देश बन गया, जिसके पास हवाई चेतावनी और नियंत्रण प्रणाली 'अवाक्स' (एडब्ल्यूएसीएस) आ गई है, जिसे आकाश में आँख कहा जाता है।
भारतीय वायुसेना के सूत्रों ने बताया कि फाल्कन को अब रक्षामंत्री एके एंटनी की मौजूदगी में 28 मई को वायुसेना के बेड़े में औपचारिक तौर पर शामिल किया जाएगा।
तयशुदा समय से 18 महीने बाद यहाँ पहुँचा अवाक्स सीमा पार से उड़ान भरने वाले दुश्मनों के विमानों और आने वाली मिसाइलों पर नजर रखने में भारतीय वायुसेना की मदद करेगा और ऐसी किसी स्थिति में प्रतिक्रियात्मक रक्षा प्रणाली को सतर्क कर देगा।
रूस के बड़े परिवहन विमान इल्युशिन-76 के जरिये फाल्कन रविवार को इसराइल से रवाना हुआ था। भारतीय वायुसेना के विमान चालक तीन प्रस्तावित फाल्कन में से पहले विमान को भारत लेकर आए हैं।
सूत्रों ने कहा कि जामनगर उसका पहला पड़ाव है। इसके बाद इसे आगरा ले जाने से पहले कल पालम लाया जाएगा। आगरा स्थित वायुसेना अड्डे पर इसका ठिकाना होगा।