कच्छ जिला 'अत्यंत उच्च जोखिम' भूकंपीय क्षेत्र में स्थित है, और वहां कम तीव्रता के भूकंप नियमित रूप से आते रहते हैं। वर्ष 2001 का भूकंप पिछली दो शताब्दियों में भारत में तीसरा सबसे बड़ा और दूसरा सबसे विनाशकारी भूकंप था। इससे कच्छ जिले में बड़ी संख्या में कस्बों और गांवों को व्यापक क्षति हुई थी, हजारों लोग मारे गए थे और 1.67 लाख लोग घायल हुए थे।