बड़ा खतरा, कश्मीर में ISIS के 4 आतंकी मार गिराए

श्रीनगर। कश्मीर में ISIS के चार आतंकी पहली बार मारे गए हैं। एक जवान और नागरिक भी मारा गया। आधिकारिक तौर पर अब यह मान लिया गया है कि कश्मीर में आईएसआईएस मौजूद है और आने वाले दिन भयानक साबित हो सकते हैं। आईएस के आतंकियों की मौत ऐसे समय में हुई है जब कश्मीर में अमरनाथ यात्रा पर जबरदस्त आतंकी खतरा मंडराने की बात हो रही है।
 
शुक्रवार को अनंतनाग जिले में सुरक्षा बलों और इस्लामिक स्टेट (आईएस) से संबंधित आतंकवादियों के बीच हुई पहली मुठभेड़ में आईएस के चार आतंकी मारे गए। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एसपी वैद ने यह जानकारी दी। कश्मीर में आईएस आतंकवादियों के मारे जाने की यह पहली आधिकारिक पुष्टि है।
 
सिरीगुफवारा, अनंतनाग में शुक्रवार को हुई एक खूनी मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने इस्लामिक स्टेट जम्मू कश्मीर के चार आतंकियों को मार गिराया। लेकिन, इस दौरान एक पुलिसकर्मी शहीद व तीन अन्य सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। मुठभेड़ के दौरान क्रॉस फायरिंग की चपेट में आकर आतंकी ठिकाना बने मकान का मालिक भी मारा गया, जबकि उसकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई। इस बीच, आतंकी समर्थक भीड़ और सुरक्षाबलों में हुई हिंसक झड़पों में 20 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए हैं। हालात को देखते हुए प्रशासन ने श्रीनगर, अनंतनाग में मोबाईल इंटरनेट सेवाओं को पूरी तरह बंद कर दिया है।
 
पुलिस प्रमुख ने ट्वीट कर कहा कि मारे गए आतंकी कथित रूप से इस्लामिक स्टेट जम्मू एवं कश्मीर (आईएसजेके) से जुड़े हुए थे। इस्लामिक स्टेट ने 2017 में अपनी वेबसाइट पर कहा था कि इसकी भारतीय शाखा अंसार गजवातुल हिंद का नेतृत्व कश्मीरी आतंकवादियों का कमांडर जाकिर मूसा कर रहा है।
 
खिरम गांव के एक घर में चार आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना मिलने पर सुरक्षा बलों ने कार्रवाई शुरू की। शुक्रवार तड़के हुई मुठभेड़ में एक नागरिक के मारे जाने के साथ ही एक पुलिसकर्मी भी शहीद हो गया। इन आतंकियों की मौतों को  बहुप्रतीक्षित सालाना अमरनाथ यात्रा के साथ जोड़ कर देखा जा रहा है जिसके शुरू होने में महज कुछ दिन ही रह गए हैं। आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर सुरक्षाबलों ने गांव की घेरेबंदी की थी। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, घेरेबंदी कड़ी होने पर आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई।
 
वैद ने कहा कि मारे गए आतकंवादियों के शव उस घर के अंदर देखे जा सकते हैं, जहां वे छिपे हुए थे। हम उनके शवों को बरामद कर रहे हैं। पुलिस ने कहा कि मुठभेड़ में घर के मालिक मुहम्मद यूसुफ भी मारा गया, जबकि उसकी पत्नी हफीजा गोली लगने से घायल हो गई। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
 
मारे गए चार आतंकवादियों में से एक की पहचान पुलवामा जिले के तलंगम गांव के निवासी मजीद मंजूर के रूप में हुई है, जबकि एक अन्य की पहचान श्रीनगर के एचएमटी इलाके के निवासी के रूप में हुई है। दो आतंकवादियों की शिनाख्त होनी अभी बाकी है।
 
मुठभेड़ स्थल से कुछ दूरी पर दर्जनभर युवाओं ने सुरक्षाबलों पर पथराव शुरू कर दिया। जिला प्रशासन ने किसी भी तरह की अफवाह फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है।
 
आधिकारिक तौर पर कश्मीर में पहली बार आईएस के आतंकियों की मौत को भयानक खतरे के तौर पर देखा जा रहा है। अधिकारी कहते थे कि अमरनाथ यात्रा अगले हफ्ते शुरू होने वाली है और ऐसे में आईएसआईएस के आतंकियों की गतिविधियां कश्मीर को भयानक दौर में पहुंचा सकती हैं।

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