आम आदमी पार्टी में दरार, टूट सकती है पार्टी...

सोमवार, 1 मई 2017 (12:40 IST)
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम चुनाव में करारी शिकस्त के बाद सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी में भूचाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुछ नेताओं के इस्तीफों के बाद अब पार्टी में दरार भी साफ दिखाई देने लगी है। इस बीच, कवि कुमार विश्वास के नेतृत्व में 37 विधायकों ने ओखला से विधायक अमानतुल्ला खान पर कार्रवाई की मांग की है। 
 
अमानत ने कुमार विश्वास पर आरोप लगाया है कि वे भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के इशारे पर पार्टी को तोड़ने का काम कर रहे हैं। अमानत का यह भी आरोप है कि कुमार विश्वास ने कुछ विधायकों को बुलाया और कहा कि उन्हें पार्टी का संयोजक बनाया जाना चाहिए। उसके बाद उन्होंने विधायकों के सामने दूसरा प्रस्ताव भाजपा में शामिल होने का रखा, जो प्रत्येक विधायक को 30-30 करोड़ रुपये देने का तैयार है।
 
अमानत के इस गंभीर आरोप से नाराज विश्वास के समर्थन में 37 विधायकों ने केजरीवाल को एक पत्र लिखा है, जिसमें पूछा गया है कि अमानत पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई? विश्वास समर्थकों का मानना है कि यदि अमानत के पास आरोपों के सबूत हैं तो उन्हें सामने रखना चाहिए। हालांकि अमानत के आरोपों ने बाद केजरीवाल ने ट्‍वीट भी किया था कि विश्वास उनके छोटे भाई हैं। दोनों को कोई अलग नहीं कर सकता है। 

पंजाब के विधायक ने भी लिखा खत : अमानतुल्लाह खान द्वारा कुमार विश्वास पर आरोप लगाने के बाद आप पार्टी में उथल-पुथल मच गई है। आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पंजाब के विधायक ने भी अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर अमानतुल्लाह खान कारवाई की मांग की है।  पंजाब के विधायक सुखपाल सिंह खारिया ने केजरीवाल को लिखे पत्र में कहा है कि अमानतुल्लाह को भाजपा ने पार्टी को बदनाम करने के लिए पैसा दिया है। इसी के तहत विधायक यह काम कर रहे हैं। डॉ. कुमार विश्वास आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। उन्हें बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं। उनके खिलाफ तुरंत अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।

टूट सकती है पार्टी : इस बीच, राजनीतिक गलियारों में खबरें उठने लगी हैं कि निकट भविष्य आम आदमी पार्टी टूट जाए तो कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए। जिस तरह से कुमार विश्वास के समर्थन में 37 विधायक सामने आए हैं, उससे इन अटकलों को बल मिल रहा है कि विश्वास पार्टी तोड़कर भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि यह नई बात नहीं। कुमार पर पहले भी भाजपा से निकटता और भाजपा में शामिल होने के आरोप लगते रहे हैं।

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