बिजवासन से विधायक सहरावत ने सोमवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाते हुए कहा कि आयकर विभाग के नोटिस के बाद पार्टी ने दानदाताओं के नाम अपनी वेबसाइट से हटा दिए। यहां तक कि दी गई राशि को भी कम करके दर्शाया गया है। इस घोटाले में पार्टी के शीर्ष नेता भी शामिल हैं। सहरावत को पार्टी में महिलाओं के प्रति यौन-शोषण का मामला उठाने पर निलंबित किया गया था।
उदाहरण देते हुए सहरावत ने कहा कि चंदा देने वाली प्रिया बंसल वाले मामले में पैन कार्ड तक नकली है। प्रिया मूवीज के नाम से फर्जी एकाउंट खोला गया। इसी तरह के और कई नाम भी शामिल हैं। पार्टी में जो भी गलत बात को उठाता है, ट्विटर के जरिए उनके खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है। पार्टी ने एक ऐसा समूह ऐसा बनाया है, जो केवल आवाज उठाने वालों के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करता है।
पार्टी के पूर्व कार्यकर्ता नील टेरेन्स हस्लाम द्वारा जुटाए गए दस्तावेजों का जिक्र करते हुए सहरावत ने कहा कि जो जानकारियां मिली हैं, वे बहुत ही चौंकाने वाली हैं। अधिकतर खाते फर्जी और फर्जी पते और नाम से डाले गए हैं। चुनाव आयोग से चंदा छिपाया गया है। (वार्ता)