आप की दिल्ली इकाई के प्रमुख गोपाल राय ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अपनी अनुशंसा भेजने से पहले पार्टी का पक्ष नहीं सुना। उन्होंने कहा, यह अलोकतांत्रिक कदम है। वे दिल्ली के लोगों, सरकार और दिल्ली के मुख्यमंत्री से बदला ले रहे हैं।
आप नेता ने कहा कि 11 राज्यों में संसदीय सचिवों की नियुक्ति की गई, लेकिन केवल आप को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, यह दोहरा मापदंड है। क्या संविधान सब पर लागू नहीं होता है? हमें परेशान किया जा रहा है। यह ब्रिटिश राज से भी बुरा है।
राय ने कहा, हम न्याय की मांग को लेकर सभी लोकतांत्रिक मंचों पर जाएंगे। लोगों तक आप की पहुंच को रेखांकित करते हुए राय ने कहा, हम चुनावों से डरे नहीं हैं। हमारा भाग्य लोग तय करते हैं। (भाषा)