तीन तलाक बिल पास होने पर उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा था कि मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मौजूदा क़ानून बनाकर उस नुकसान की काफी हद तक क्षतिपूर्ति कर दी है, जो 1986 में हुआ था। जैसा मैंने कहा आदर्श स्थिति की तरफ तो हम तब बढ़ेंगे जब समान नागरिक संहिता बनाने में सफल होंगे, लेकिन तब तक कम से कम मौजूदा कानूनों में जिन कुरीतियों को संरक्षण मिला हुआ है उनको तो खत्म किया ही जाना ही चाहिए और तीन तलाक को निषिद्ध करने का कानून बनाने का साहस दिखाकर सरकार ने इस दिशा में एक सारगर्भित कदम उठाया है।