प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 75वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में रविवार को खुद इसकी घोषणा की। मोदी ने कहा कि भारत की बेटियां देश में हर क्षेत्र में अपनी जगह बनाने में लगी है और इसलिए अब सरकार ने निर्णय लिया है कि सभी सैनिक स्कूलों में लड़को के साथ साथ लड़कियों को भी प्रवेश दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आज मैं एक खुशी देशवासियों से साझा कर रहा हूं। मुझे लाखों बेटियों के संदेश मिलते थे कि वो भी सैनिक स्कूल में पढ़ना चाहती हैं, उनके लिए भी सैनिक स्कूलों के दरवाजे खोले जाएं। आज भारत की बेटियां अपना स्पेस लेने के लिए आतुर हैं। दो-ढाई साल पहले मिजोरम के सैनिक स्कूल में पहली बार बेटियों को प्रवेश देने का प्रयोग किया गया था। अब सरकार ने तय किया है कि देश के सभी सैनिक स्कूलों को देश की बेटियों के लिए भी खोल दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने दिसंबर 2019 में देश के 5 सैनिक स्कूलों के दरवाजे लड़कियों के लिए खोले थे लेकिन आज प्रधानमंत्री ने एक बड़ा निर्णय लेते हुए कहा कि सभी सैनिक स्कूलों में अब लड़कियों को प्रवेश दिया जाएगा। इसे महिला सशक्तिकरण और सशस्त्र बलों में महिलाओं की भागीदारी बढाने की दिशा में एक बड़े कदम के रूप में देखा जा रहा है। (वार्ता)