हिज्‍बुल मुजाहिदीन का चीफ कमांडर गजनवी ढेर

सुरेश एस डुग्गर

रविवार, 13 अगस्त 2017 (19:36 IST)
श्रीनगर। कश्मीर में सेना ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हिज्बुल मुजाहिदीन के चीफ कमांडर यासीन इत्तू उर्फ गजनवी को मार गिराया है। गजनवी कश्‍मीर में 1997 से ही आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय था। शोपियां के अवनीरा गांव में हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने रविवार को मुठभेड़ में 3 आतंकवादियों को ढेर कर दिया, जिसमें इत्तू भी शामिल था। इस मुठभेड़ में 2 भारतीय जवान भी शहीद हो गए। इसे बुरहान वानी और अबू दुजाना के मारे जाने के बाद कश्मीर घाटी में सुरक्षाबलों की बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है।
 
शनिवार रात से शोपियां के अवनीरा गांव में जारी मुठभेड़ में 2 भारतीय जवान शहीद हो गए, जबकि 3 जवान घायल भी हुए हैं। इस मुठभेड़ में 3 आतंकवादी ढेर हुए हैं। सेना को मारे गए आतंकियों का शव मिला है। इत्तू के अलावा दो अन्य आतंकियों की पहचान इरफान-उल-हक शेख और उमर माजिद शेख के तौर पर हुई है। ये सभी हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़े हुए थे। इत्तू को बुरहान वानी का करीबी माना जाता था और वह महमूद गजनवी के नाम से भी फेमस है। गजनवी ही हिज्‍ब के प्रवक्‍ता के तौर पर भी कार्य करता था।
 
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद्य ने बताया कि आतंकियों के साथ मुठभेड़ के दौरान एहतियातन इस पूरे इलाके को खाली करा लिया गया। शनिवार शाम को ही यहां आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद राज्य पुलिस, केरिपुब और 55 राष्ट्रीय राइफल्स ने साझा ऑपरेशन चलाते हुए पूरे जैनपोरा इलाके को घेर लिया था। इलाके में और भी आतंकियों के छिपे होने की आशंका है, जिनकी तलाश के लिए छापेमारी जारी है।
 
इस मुठभेड़ में तमिलनाडु के इलयाराजा और महाराष्ट्र के सुमेध वमन शहीद हो गए। इसके अलावा पांच अन्य सैनिक घायल हो गए हैं, जिनका इलाज आर्मी हॉस्पिटल में चल रहा है, वहीं एक अन्य वारदात में जम्मू-कश्मीर के ही बांदीपुरा के हाजिन क्षेत्र में आतंकियों के एक समूह ने पुलिस के गश्तीदल पर हमला कर दिया। इस घटना में 2 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। 
 
पुलिस इस पूरे इलाके को खाली कराकर आतंकियों की तलाश में जुट गई है। यहां भी पुलिस ऑपरेशन जारी है। सूत्रों से ये भी जानकारी मिली है कि यहां कुल 10 आतंकी छिपे थे जिसमें 7 आतंकी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले। 
 
रविवार को हुई इस घटना में सेना ने अपने दो बहादुर जवानों को गंवा दिया। इन बहादुर जवानों को श्रीनगर के बादामी बैग कैंट में लेफ्टिनेंट जनरल जेएस संधू, चिनार कोर के कमांडर और सभी रैंक्स की ओर श्रद्धांजलि दी गई। राज्य सरकार के अधिकारियों, सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों और राज्य सरकार के प्रतिनिधियों की ओर से भी इन बहादुरों को श्रद्धांजलि दी गई।
 
शोपियां में जो दो जवान शहीद हुए हैं उनके नाम सिपाही गावई सुमेध वामन और सिपाही इलियाराजी पी हैं। दोनों की उम्र 25 वर्ष थी। सिपाही वामन वर्ष 2011 में सेना में शामिल हुए थे। महाराष्ट्र के अकोला गांव के रहने वाले सिपाही वामन के घर में उनके माता-पिता के अलावा एक भाई और एक बहन है। 
 
वहीं सिपाही इलियाराजा तमिलनाडु के शिवागंगी जिले के कनडानी गांव के रहने वाले थे। वर्ष 2012 में वह सेना का हिस्सा बने। उनके घर में उनके माता-पिता के अलावा उनकी पत्नी और एक बहन है। दोनों जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद इनके शवों को गृहनगर के लिए रवाना कर दिया गया। यहां पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ इनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

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