नई दिल्ली। अयोध्या में बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि विवाद मामले के दो याचिकाकर्ताओं ने इस मामले को अदालत से बाहर निपटाने के आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर के प्रयासों का समर्थन किया है।
सूत्रों ने सोमवार को यहां बताया कि अंजुमन मोहाफिज मस्जिद-वा-मकाबीर के अध्यक्ष एवं अयोध्या विवाद के याचिकाकर्ताओं में से एक हाजी महबूब अहमद और एक अन्य याचिकाकर्ता मोहम्मद उमर ने इस बाबत एक संयुक्त वक्तव्य जारी किया है। अयोध्या स्थित केवड़ा मस्जिद के इमाम मौलाना जलाल अशरफ तथा दो अन्य व्यक्तियों ने भी बयान पर हस्ताक्षर किए हैं।
बयान में कहा गया है कि श्री श्री रविशंकर के अयोध्या मुद्दे को आपसी भाईचारे से हल करने के प्रयासों से हम भली-भांति परिचित हैं। हमारा मानना है कि अयोध्या मुद्दे का अदालत से बाहर किया गया फैसला ही हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच लम्बे समय तक शांति, सौहार्द और सद्भाव कायम कर सकता है।
बयान में श्री श्री रविशंकर के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा गया है कि वे इन प्रयासों का पूर्ण रूप से समर्थन करते हैं। बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि विवाद उच्चतम न्यायालय में लंबित है। इसकी सुनवाई अगले साल जनवरी में होने वाली है। (वार्ता)