डेरा सच्चा सौदा के बाबा गुरमीत राम रहीम को साध्वी से यौन शोषण के मामले में सीबीआई कोर्ट ने 10 साल की सजा सुनाई है। ऐसे ही एक और प्रवचनकार और धर्मगुरु आसाराम को सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत देने से इंकार कर दिया। आसाराम भी नाबालिग से यौन शोषण के मामले में जोधपुर की जेल में बंद हैं। आसाराम और बाबा राम रहीम की कहानी एक-दूसरे से मिलती-जुलती है।
दोनों ही धर्मगुरु बलात्कार के मामले में जेल में हैं। दोनों धार्मिक गुरुओं ने लोगों की धार्मिक आस्थाओं के साथ खिलवाड़ किया है। जिस तरह से गुरमीत राम रहीम की गिरफ्तारी के दौरान उनके समर्थकों ने बवाल किया, उसी तरह से इंदौर से आसाराम को गिरफ्तार करते समय ऐसी ही संवेदनशील स्थिति बनी थी।
आसाराम की गिरफ्तारी पर उसके समर्थक बवाल करने वाले थे, लेकिन राजस्थान और मध्यप्रदेश पुलिस की तत्परता से ऐसी स्थिति नहीं बन पाई थी। बाबा राम रहीम और आसाराम दोनों ही अपने समर्थकों की बड़ी संख्या के कारण राजनीतिक दखल रखते हैं। बाबा राम रहीम अपने 5 करोड़ समर्थकों के बल पर पार्टियों के बड़े नेताओं-मंत्रियों को डेरा के देहरी तक बुलाते थे।
आस्था और विश्वास में अंधी भोली-भाली जनता के साथ ये धर्मगुरु धर्म के नाम पर खिलवाड़ करते हैं। दोनों ही धर्मगुरु अपने अंधभक्तों के सामने नौटंकी करने में भी माहिर हैं। आसाराम और उनके बेटे नारायण साईं पर दो बहनों से दुष्कर्म का आरोप लगा था। बताते हैं कि दोनों पिता-पुत्र आश्रम रहने वाली महिलाओं और साध्वियों के साथ अश्लील हरकतें करते थे और उन्हें किसी न बताने की धमकी भी देते थे।
दोनों ही धर्मगुरुओं ने अपने अंधभक्त के जरिए गुंडागर्दी कर दबाव बनाने के प्रयास भी किए। आसाराम को जेल में गए लगभग 4 साल का लंबा समय हो चुका है, लेकिन उनके भक्तों की हिम्मत कि वे अभी तक अपने गुरु को निर्दोष मानते हैं। वे अब भी बाबा का प्रचार करते हुए सड़कों पर नजर आ जाते हैं।
ऐसे ही राम रहीम के अंधभक्तों की गुंडागर्दी 25 अगस्त को पंचकूला और बाकी शहरों में दिखाई दी। इन कथित भक्तों ने दर्जनों गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस पर पथराव किया। इस दौरान 38 लोगों की मौत भी हो गई थी। आसाराम के भी लाखों भक्त सड़कों पर उतरे थे जिन्होंने दबाव बनाने का प्रयास किया, लेकिन प्रशासन की सूझबूझ से ऐसा कुछ नहीं हुआ।
धर्म के साथ कारोबार : दोनों धर्मगुरुओं ने धर्म की आड़ में करोड़ों की संपत्ति खड़ी कर ली। करोड़ों के आश्रम के साथ ही इन बाबाओं ने एक बिजनेसमैन की तरह अपने उत्पाद बनाने भी शुरू कर दिए। अगरबत्ती से लेकर आटा, मिर्च-मसाले तक ये बाबा लोग बेचते हैं और अपनी संपत्ति बनाते हैं।
ये बाबा अपने अंधभक्तों को ये उत्पाद बेचते हैं। राम रहीम और आसाराम दोनों के आश्रमों में लाखों रुपए का कारोबार होता था। राम रहीम एमएसजी नाम से प्रोडक्ट्स बाजार में बेचते हैं। एमएसजी के पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली-एनसीआर में 200 स्टोर हैं।
बाबा राम रहीम के प्रोडक्ट्स में दाल, अनाज, चावल, आटा, देसी घी, मसाले, अचार, जैम, शहद, मिनरल वॉटर और नूडल्स शामिल हैं। बाबा के पास हरियाणा के सिरसा में करीब 700 एकड़ की खेती की जमीन है। वे एक गैस स्टेशन और मार्केट कॉम्प्लेक्स भी चलाते हैं। बताया जाता है कि 700 एकड़ में बाबा राम रहीम की खुद की सल्तनत चलती थी। आसाराम भी दवाओं से लेकर बिस्किट तक अपने आश्रम में बेचते थे।