बजरंग दल ने आयोजकों को लिखे एक खुले पत्र में दावा किया है कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान, गैर-हिंदू युवा इस तरह के समारोहों में प्रवेश करके महिला प्रतिभागियों के साथ दुर्व्यवहार करते रहे हैं। संगठन ने दावा किया कि इस तरह के युवा उन लोगों के साथ मारपीट भी करते हैं, जो कथित पीड़ितों के बचाव के लिए आते हैं।