महाराष्ट्र के नागपुर में हाल ही में हुई हिंसा के बाद पुलिस अब इसमें शामिल व्यक्तियों की जांच कर रही है। इस जांच के दौरान साइबर सेल को कुछ ऐसे सबूत मिले हैं जो हिंसा के पीछे बांग्लादेश का हाथ होने की तरफ इशारा कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि साइबर सेल ने सोशल मीडिया अकाउंट की पहचान की है, जो बांग्लादेश से संचालित हो रहा था और उसने नागपुर में बड़े पैमाने पर दंगे भड़काने की धमकी दी थी।
दरअसल, पुलिस जांच में पता चला है कि मुख्य आरोपी फहीम खान की फेसबुक आईडी से कई बांग्लादेशी और पाकिस्तानी अकाउंट्स को फॉलो किया गया था। इससे यह आशंका जताई जा रही है कि इस हिंसा के पीछे बाहरी संगठनों का भी हाथ हो सकता है। फहीम ने हिंसा के पहले भाषण दिया था। 2024 में लोकसभा चुनाव में नितिन गडकरी के खिलाफ चुनाव लडा था और साढे 6 लाख वोटों से हार गया था।
इस नाम का है सोशल अकाउंट : नागपुर हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर कई नए फेसबुक पेज बनाए गए, जिनसे भड़काऊ पोस्ट किए जा रहे हैं। पुलिस को ऐसे कई फर्जी अकाउंट्स मिले हैं, जो दंगे को बढ़ावा देने और लोगों को भड़काने का काम कर रहे हैं। एक नवाज खान पठान नाम के फेसबुक पेज की जांच की जा रही है, जिसकी प्रोफाइल जानकारी छिपी हुई है। इस पेज पर हिंदुस्तानियों के खिलाफ आपत्तिजनक और धमकी भरी पोस्ट डाली गई है।
अगली बार अपनी औरतों को तैयार रखना : इस पेज पर एक पोस्ट में लिखा गया है— Pajeets रोओ मत, ये हमारा समय है। अभी तो सिर्फ अटैक किया, अगली बार तुम्हारे घर से औरतों को उठाएंगे हम। रेडी रखना अपनी औरतों को यह बयान बेहद भड़काऊ और आपत्तिजनक है, जिससे समाज में तनाव फैल सकता है। बता दें कि Pajeet शब्द पाकिस्तान और बांग्लादेश के कुछ लोग भारतीयों को अपमानित करने के लिए इस्तेमाल करते हैं। यह एक गाली है, जो खासतौर पर हिंदुस्तानियों के लिए अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए उपयोग किया जाता है।
34 सोशल मीडिया पर कार्रवाई : साइबर सेल ने अफवाह फैलाने और हिंसा भड़काने के मामले में 34 सोशल मीडिया अकाउंट पर कारवाई की है। इसके साथ ही 10 FIR की गई हैं। वहीं, पुलिस ने मास्टरमाइंड फहीम शमीम खान समेत अब तक 84 लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि, बुधवार को महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने यह संख्या 69 बताई थी। इनमें आठ विश्व हिंदू परिषद (VHP) कार्यकर्ता भी शामिल हैं।
कौन है फहीम खान : हिंसा में आरोपी फहीम खान की भूमिका को लेकर साइबर सेल के मुताबिक फहीम ने औरंगजेब के खिलाफ हुए प्रदर्शन का वीडियो एडिट कर सोशल मीडिया पर वायरल किया था, जिससे माहौल बिगड़ा और हिंसा फैल गई। उसने हिंसात्मक वीडियो को बढ़ावा भी दिया। फहीम खान 38 साल का है और नागपुर के यशोधरा नगर में रहता है। फहीम ने हिंसा के पहले भाषण दिया था। 2024 में लोकसभा चुनाव में नितिन गडकरी के खिलाफ चुनाव लडा था और साढे 6 लाख वोटों से हार गया था। इस मामले में 19 आरोपियों को 21 मार्च तक पुलिस कस्टडी में भेजा दिया गया है। मास्टरमाइंड फहीम पर 500 से ज्यादा दंगाइयों को इकट्ठा करने और हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप है।
क्या बोले सीएम फडणवीस : महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जिस चादर को जलाया गया था उस पर कुरान की आयतें नहीं थीं, इसे लेकर अफवाह फैलाई गई थी, जिससे हिंसा फैली। बता दें कि नागपुर में औरंगजेब की कब्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बाद दोनों गुटों के बीच टकराव के बाद यह आग फैली। पहले महल और फिर हंसापुरी में हिंसा हुई। जिसके पीछे की वजह अफवाह थी। हिंसक झड़प में दो समुदायों के युवकों ने एक दूसरे पर पत्थर फेंके, कुछ गाड़ियां तोड़ी गईं, आगजनी हुई। डीसीपी निकेतन कदम पर भी हमला हुआ, गंभीर हालत में डीसीपी कदम को अस्पताल में भर्ती कराया गया। डीसीपी नागपुर अर्चित चांडक ने कहा, 'यह घटना कुछ गलतफहमी के कारण हुई। स्थिति अभी नियंत्रण में है। Edited By : Navin Rangiyal