Bharat Jodo Yatra : गणतंत्र दिवस पर विश्राम करेगी 'भारत जोड़ो यात्रा', जारी किया यात्रा का शेड्यूल

सुरेश एस डुग्गर
सोमवार, 23 जनवरी 2023 (14:43 IST)
जम्मू। कांग्रेस के पदाधिकारियों की ओर से 24 जनवरी के आगे का 'भारत जोड़ो यात्रा' का शेड्यूल जारी करते हुए कहा गया है कि यह यात्रा गणतंत्र दिवस पर विश्राम करेगी, पर केंद्रशसित प्रदेश प्रशासन अभी तक इसके प्रति कोई फैसला नहीं ले पाया है। उसने कांग्रेस द्वारा जारी शेड्यूल पर कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया है, जबकि सूत्रों के बकौल, प्रशासन अभी भी इस बात पर जोर दे रहा है कि राहुल गांधी को कुछ इलाकों में पैदल चलने से बचना चाहिए।

कांग्रेस के पदाधिकारियों द्वारा जारी शेड्यूल के तहत 24 जनवरी की सुबह 8 बजे यात्रा शीतली (नगरोटा चेकपोस्ट के पास) से शुरू होगी। नगरोटा के पुराने रूट से होती हुई आर्मी गेट रेंबल उधमपुर तक जाएगी। इसके अगले दिन 25 जनवरी की सुबह 8 बजे यात्रा मैत्रा रामबन से शुरू होकर खोबाग में रुकेगी और दोपहर 2 बजे हरपुरा बनिहाल के लिए रवाना होगी।

इस दौरान शाम 4 बजे लंबेड बनिहाल में कार्नर बैठक का आयोजन किया जाएगा। गणतंत्र दिवस पर यात्रा को विश्राम दिया जाएगा, जबकि आज सुबह कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई में यह यात्रा कड़ी सुरक्षा के साथ सांबा जिले के विजयपुर से जम्मू की तरफ बढ़ी। कड़ी सुरक्षा के बीच यात्रा सुचारू रूप से चल रही है और सुबह आठ बजकर 45 मिनट पर यह सरोर पहुंची थी, जहां ‘भारत यात्री’ नाश्ते के लिए रुके।

एक अधिकारी ने बताया कि कड़ाके की ठंड के बीच अपनी ट्रेडमार्क सफेद रंग की टी-शर्ट पहनकर पदयात्रा करने वाले राहुल के अगले कुछ घंटों में जम्मू शहर की सीमा में प्रवेश करने की उम्मीद है। यात्रा के दौरान सड़क किनारे खड़े लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने राहुल का उत्साहवर्धन किया।

जानकारी के लिए शनिवार को जम्मू के नरवाल मंडी इलाके में धमाकों के बाद यात्रा के आयोजन स्थलों और राहुल गांधी की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है। यात्रा 30 जनवरी को श्रीनगर में शेर-ए-कश्मीर मैदान में संपन्न होगी। कांग्रेस के सांसद केसी वेणुगोपाल के मुताबिक, 7 सितंबर को शुरू हुई 'भारत जोड़ो यात्रा' 30 जनवरी को श्रीनगर में समाप्त हो जाएगी।

इस दौरान यात्रा ने 12 राज्यों और दो केन्द्रशासित प्रदेशों से गुजरते हुए कुल 3970 किलोमीटर का सफर पैदल तय किया है। यात्रा को लोगों का काफी समर्थन मिला है और राहुल गांधी ने जन-जन तक प्रेम और सद्भाव की भावना का प्रवाह किया है। समाज के हर वर्ग ने इसको सराहा और बढ़-चढ़कर इसमें हिस्सा लिया है। यही कारण है कि इस यात्रा ने राजनीति में एक नया इतिहास रच दिया है और यह एक गेम चेंजर साबित होने वाला है।

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