इंदौर। राष्ट्रीय संत भय्यू महाराज द्वारा अचानक खुदकुशी करने की घटना से पूरा इंदौर शहर सन्न रह गया है। किसी को भरोसा ही नहीं हो रहा है कि जो संत देश के बड़े-बड़े मुद्दे सुलझाने में महती भूमिका अदा करता आ रहा हो वो इतना कमजोर कैसे हो सकता है कि खुद को गोली मारकर अपनी जिंदगी खत्म कर ले। चर्चा तो यह भी है कि भय्यू महाराज द्वारा मौत को गले लगाने के पीछे कहीं पारिवारिक विवाद तो नहीं है?
तनाव के कारणों का खुलासा नहीं : इंदौर रेंज के डीआईजी हरिनारायण चारी ने कहा कि फिलहाल हम नहीं कह सकते कि भय्यू महाराज ने किस वजह से आत्महत्या की है। पारिवारिक विवाद को जो तनाव बताया जा रहा है, वह जांच के बाद ही स्पष्ट होगा।
उन्होंने कहा कि प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दरवाजा अंदर से बंद था। उस वक्त उनकी मां, पत्नी और नौकर मौजूद थे। हम यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि जिस पिस्तौल से भय्यू महाराज ने आत्महत्या की वह लायसेंसी थी या नहीं? यदि लायसेंसी थी तो किसके नाम की थी। हम सीसीसी टीवी कैमरों की मदद भी लेंगे।
संपत्ति को लेकर विवाद : बताया जा रहा है कि उनके परिवार में संपत्ति को लेकर विवाद था। मंगलवार को इसी को लेकर झगड़ा चल रहा था। बहस के बाद उन्होंने खुद को कमरे में बंद कर लिया और कनपटी पर गोली मार ली। उन्होंने खुद को कर्ज में डूबा हुआ बताकर सार्वजनिक जीवन से संन्यास लेने का ऐलान किया था। संन्यास के बावजूद उनके सार्वजनिक और आध्यात्मिक कार्य संचालित होते रहे। सिंहस्थ से पहले हुए धर्म सम्मेलन में सरकार द्वारा नहीं बुलाने पर वे नाराज हो गए थे।
आईजी मकरंद देउस्कर का बयान : आईजी मकरंद देउस्कर ने कहा कि हमने संत भय्यू महाराज का सुसाइड नोट और पिस्टल जब्त कर ली है। सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। उनके घर के सदस्यों से भी इस मामले में पूछताछ की जाएगी। साथ ही साथ हम उन लोगों से भी पूछताछ करेंगे, जो उन्हें अस्पताल ले गए थे।