हेमंत सोरेन दे सकते हैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा
Kalpana Soren can become Chief Minister: झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार राज्य में 'बिहार मॉडल' लाने की तैयारी कर रही है। बिहार मॉडल आशय राज्य की उस घटना से है जब चारा घोटाला में नाम आने के बाद लालू यादव ने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बना दिया था। भूमि घोटाले और धन शोधन मामले में नाम आने के बाद किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बना सकते हैं।
एक बार पहले भी कल्पना का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए चल चुका है। उस समय हेमंत सोरेन पर पद का दुरुपयोग कर खनन पट्टा लेने का आरोप लगा था। गांडेय विधानसभा सीट से जेएमएम के विधायक सरफराज अहमद द्वारा अचानक इस्तीफा देने के बाद कल्पना के मुख्यमंत्री बनने की अटकलों को और ज्यादा बल मिला है।
क्या कहती है भाजपा : भाजपा की झारखंड इकाई के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने बताया कि जल्द ही झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात कर उनसे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा अपनी पत्नी का नाम इस पद के लिए प्रस्तावित किए जाने के मामले में अटॉर्नी जनरल और कानूनी विशेषज्ञों से सुझाव लेने का आग्रह करेगा। हालांकि उन्होंने कहा कि सोरेन द्वारा अपनी पत्नी कल्पना को मुख्यमंत्री बनाने का कोई भी प्रयास लोकतंत्र का मजाक उड़ाना होगा।
मरांडी ने दावा किया कि झामुमो विधायक सरफराज अहमद के सोमवार को इस्तीफे से संकेत मिलता है कि सोरेन अपनी पत्नी को इस सीट से मैदान में उतारना चाहते हैं और कथित घोटाले में जेल जाने की स्थिति में पत्नी को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। उन्होंने दावा किया कि लेकिन, ओडिशा की मूल निवासी होने के कारण कल्पना सोरेन झारखंड में आरक्षित (अनुसूचित जनजाति) सीट से विधायक तक नहीं बन सकतीं, राज्य की मुख्यमंत्री बनना तो दूर की बात है।
मरांडी ने कहा कि अगर सोरेन अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री के रूप में पेश करते हैं तो यह उनकी बड़ी भूल होगी। अगर वह चुनाव हार जाती हैं तो इससे चुनाव प्रक्रिया का भी मखौल बनेगा क्योंकि राज्य में इस साल नवंबर-दिसंबर में चुनाव प्रस्तावित हैं। भाजपा नेता ने आश्चर्य जताया कि सोरेन ईडी का सामना करने से क्यों डर रहे हैं, जबकि केंद्रीय एजेंसी ने उन्हें 7 समन जारी किए थे।
सोरेन का इंकार : हेमंत सोरेन ने गांडेय विधानसभा सीट से पत्नी कल्पना सोरेन के चुनाव लड़ने के कयासों को खारिज करते हुए इसे भाजपा की दिमागी उपज करार दिया। सोरेन ने कहा कि इन कयासों में कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरी पत्नी के निकट भविष्य में चुनाव लड़ने की संभावना पूरी तरह से भाजपा की दिमागी उपज है। उन्हें सत्ता सौंपने के कयास भाजपा द्वारा गलत विमर्श पेश करने के लिए गढ़ा गया है।
कौन हैं कल्पना सोरेन : मूल रूप से ओडिशा के मयूरभंज जिले की रहने वाली कल्पना सोरेन का जन्म 1976 में रांची में हुआ था। उन्होंने कल्पना सोरेन ने अपनी ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई रांची से ही पूरी की है। 7 फरवरी 2006 को उनका हेमंत सोरेन के साथ विवाह हुआ था। कल्पना के परिजन अब भी मयूरभंज में ही रहते हैं। कल्पना वह एक प्ले स्कूल चलाती हैं। निखिल और अंश नामक उनके दो बच्चे हैं।
जानकारी के मुताबिक कल्पना 4.87 करोड़ के कमर्शियल भवनों की मालकिन हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव में सोरेन ने चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में 8.51 करोड़ की संपत्ति की घोषणा की थी। तब सोरेन और उनकी पत्नी के अलग-अलग बैंक खातों में 51 लाख 77 हजार रुपए जमा थे। (वेबदुनिया/एजेंसी)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala