भाजपा का आरोप, कांग्रेस नीरव मोदी को बचाने का प्रयास कर रही

गुरुवार, 14 मई 2020 (15:47 IST)
नई दिल्ली। भाजपा ने गुरुवार को कांग्रेस पर भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी को बचाने की हर प्रकार से कोशिश करने का आरोप लगाया जिसके खिलाफ लंदन की एक अदालत में प्रत्यर्पण को लेकर सुनवाई चल रही है। केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी ने गिरफ्तार हीरा कारोबारी के बचाव में उच्च न्यायालय के एक पूर्व न्यायाधीश और वर्तमान में कांग्रेस के सदस्य के बयान का उल्लेख करते हुए विपक्षी पार्टी पर निशाना साधा।
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वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय विधिमंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बंबई और इलाहाबाद उच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त जज अभय थिप्से, नीरव मोदी के बचाव में गवाह बने और दावा किया कि नीरव मोदी के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक षड्यंत्र का कोई मामला कानून के समक्ष टिक नहीं पाएगा। उनको बचाने की पूरी कोशिश की गई है।
 
प्रसाद ने कहा कि थिप्से 2018 में कांग्रेस में शामिल हुए और कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी, अशोक गहलोत और अशोक चव्हाण से मुलाकात भी की। केंद्रीय विधिमंत्री ने आरोप लगाया कि थिप्से व्यक्तिगत हैसियत से नहीं बल्कि कांग्रेस की तरफ से काम कर रहे हैं। भाजपा नेता ने कहा कि कानूनी क्षेत्र में थिप्से कोई बड़ा नाम नहीं है।
 
प्रसाद ने आरोप लगाया कि ऐसी ठोस संदिग्ध परिस्थितियां मौजूद हैं कि हम यह कह सकते हैं कि कांग्रेस नीरव मोदी को बचाने का पूरा प्रयास कर रही है। केंद्रीय विधिमंत्री ने दावा किया कि इस घटनाक्रम से विपक्षी पार्टी का चेहरा बेनकाब हो गया है, जो हमेशा भगोड़े नीरव मोदी और उसके रिश्तेदार मेहुल चोकसी को बचाने का प्रयास कर रही है।
 
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय जांच एजेंसियां थिप्से के बयान का प्रभावी जवाब देंगी। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हर प्रकार से नीरव मोदी और मेहुल चौकसी को बचाने की कोशिश की। अब जब वे गिरफ्तार हो गए हैं, तो कांग्रेस से जुड़े एक सेवानिवृत्त जज उनको बचाने की कोशिश में लगे हैं।
 
उन्होंने दावा किया कि नीरव मोदी से संबंधित मामले कांग्रेस के शासन के हैं। प्रसाद ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने उनकी (नीरव) की संपत्ति जब्त की, नीलामी की और अब उन्हें न्याय के कटघरे में खड़ा करने की दिशा में काम कर रही है।
 
गौरतलब है कि भारत सरकार ने पिछले वर्ष फरवरी में ब्रिटेन के गृह विभाग के कार्यालय को उसके प्रत्यर्पण का आग्रह भेजा था। उसे स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस ने 19 मार्च 2019 को गिरफ्तार किया। वह अभी वैंड्सवर्थ कारागार में है और कई बार प्रयास के बावजूद उसे जमानत नहीं मिली है। (भाषा)

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