'एक राष्ट्र, एक चुनाव' 'अव्यावहारिक' : उन्होंने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' को 'अव्यावहारिक' करार दिया और संसद में संबंधित विधेयकों के पारित होने पर संदेह व्यक्त किया। वेणुगोपाल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' का अभिप्राय और स्पष्ट मंशा - एक राष्ट्र, कोई चुनाव नहीं है। भाजपा का मुख्य एजेंडा एक राष्ट्र, कोई चुनाव नहीं है। वे बिलकुल भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया नहीं चाहते हैं। पूरी लोकतांत्रिक प्रक्रिया को धीरे-धीरे नष्ट करने के लिए, वे एक राष्ट्र एक चुनाव का यह नया विचार ला रहे हैं।
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