BPSC पर बिहार में क्यों मचा है हंगामा, क्या चाहते हैं छात्र, जानिए पूरा विवाद?

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

सोमवार, 30 दिसंबर 2024 (10:20 IST)
Photo : Social media
बिहार में बीपीएससी को लेकर छात्र आंदोलन कर रहे हैं। कड़ाके की सर्दी में हजारों छात्र सडकों पर जमे हैं। पुलिस और प्रशासन उन पर लाठी चार्ज कर रही और पानी की बौछार मार रही है। आक्रोशित छात्र आंदोलन से हटने को तैयार नहीं है। दरअसल,  छात्र बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा, जो 13 दिसंबर 2024 को आयोजित हुई थी उसे रद्द करने की मांग कर रहे हैं। पुलिस की तरफ से छात्रों की भीड़ को कंट्रोल करने के लिए कई बार लाठीचार्ज हुए हैं। कई राजनीतिक दलों का भी साथ छात्रों को मिल रहा है। आखिर क्या है पूरा विवाद जानते हैं।
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बता दें कि रविवार शाम को भी छात्र अपनी मांगों को लेकर जेपी गोलंबर चौक पर प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन कर रहे इन छात्रों को पुलिस ने वहां से हटा दिया है। पुलिस ने छात्रों को हटाने के लिए पहले लाठीचार्ज किया और बाद में उनपर वाटर कैनन से पानी की बौछार भी की। लेकिन छात्र डटे हुए हैं। इस बीच तेजस्वी और प्रशांत किशोर के आमने सामने आने से राजनीति गर्मा गई है।

परीक्षा में अनियमितता का आरोप : बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा, जो 13 दिसंबर 2024 को आयोजित हुई थी को लेकर विवाद देखने को मिल रहा है। पटना के बापू सभागार में आयोजित परीक्षा में प्रश्न पत्र वितरण में देरी और पेपर लीक के आरोपों के चलते परीक्षार्थियों ने हंगामा किया और सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। छात्रों का आरोप है कि परीक्षा में अनियमितताएं हुई हैं, प्रश्न पत्र स्तरहीन थे, और कुछ प्रश्न निजी कोचिंग संस्थानों के मॉडल प्रश्न पत्रों से मेल खाते थे। वे पूरी परीक्षा रद्द कर पुनः आयोजित करने की मांग कर रहे हैं।
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क्या है छात्रों की मांगें : बता दें कि छात्र पूरी परीक्षा को रद्द कर फिर से परीक्षा आयोजित करने की मांग कर रहे हैं। नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया जाए और इसका गणितीय मॉडल सार्वजनिक करने की मांग छात्रों की है। पेपर लीक के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग छात्र करते रहे हैं। छात्रों पर लाठीचार्ज के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग छात्र कर रहे हैं।

क्या कहा बीपीएससी ने : बीपीएससी ने छात्रों के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि परीक्षा पारदर्शी और निष्पक्ष हुई थी। उन्होंने छात्रों से मुख्य परीक्षा की तैयारी में जुटने की अपील की है। वहीं, राज्य सरकार ने कहा है कि यदि किसी के पास अनियमितताओं के सबूत हैं, तो वे प्रस्तुत करें; सरकार उचित कार्रवाई करेगी।

गर्म हुई राजनीति : सोमवार को छात्रों के समर्थन में बिहार में चक्का जाम का ऐलान किया गया है। आइसा ने छात्रों के समर्थन में बंद का ऐलान किया है। इसका समर्थन माले ने भी किया है। इधर एक फेसबुक पोस्ट में राजद नेता और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रशांत किशोर पर निशाना साधा है। आरोप लगाया कि बीजेपी के इशारे पर उसकी बी टीम के लोगों ने इस आंदोलन को कुचलने की साजिश की है। तेजस्वी यादव ने कहा कि कुछ लोग इस आंदोलन को हाईजैक करना चाहते हैं।

तेजस्वी ने साधा निशाना : एक फेसबुक पोस्ट में तेजस्वी ने कहा, ‘जो ताकत भूख हड़ताल में थी वो कुछ और थी। इस बीपीएससी आंदोलन को कुछ लोगों ने गुमराह करने की कोशिश की। हम भी चाहते थे तो 5 लाख लोगों को गांधी मैदान बुला देते। अपने एक कॉल पर 5 लाख लोगों को बुला देते लेकिन उसका हल नहीं निकलना था। जो शांतिपूर्ंण तरीके से हड़ताल थी उससे बीपीएससी और सरकार हिली हुई थी। लेकिन सरकार ने नया फॉर्मूला निकाला। सरकार की जो बी टीम है उसे आगे खड़ा किया गया और आंदोलन को गांधी मैदान ले जाना पड़ा और जब पिटाई हो रही थी तो कुछ लोग कह रहे थे हम सबसे आगे रहेंगे, वही लोग भाग गए।
Edited By: Navin Rangiyal

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