प्रदर्शन कर रहे BPSC अभ्यर्थियों से मिलने पहुंचे शिक्षक खान सर ने कहा कि हम आयोग से केवल दोबारा परीक्षा की मांग कर रहे हैं। आयोग को जितनी मुश्किल परीक्षा लेनी है ले सकते हैं। इससे हम नहीं भागे हैं हम कह रहे हैं कि मुश्किल परीक्षा लो और बच्चों वाले सवाल मत दो। इससे ज्यादा मुश्किल तो हमारे क्लास टेस्ट के सवाल होते हैं।
उन्होंने सवाल किया कि सबूत और CCTV फुटेज आयोग ने क्यों छिपाया? कई चीजें बाहर आई हैं जो जांच का विषय है... हम सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे, राष्ट्रपति तक को बताएंगे कि बिहार में क्या हो रहा है... पहले देश की GDP गिरी, फिर बिहार में पुल गिरा और अब BPSC गिर गया।
इस बीच जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में पिछले 1-2 सालों से लोकतंत्र को लाठीतंत्र में बदल दिया गया है। समाज का काई भी वर्ग सरकार से अगर अपनी बात रखने आता है तो उन्हें लाठी से मारना एक तरीका बन गया है। ये लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। छात्रों की बात सरकार को सुननी पड़ेगी। अगर समाज का कोई भी वर्ग लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रख रहा है तो उन्हें लाठी मारने का हक नहीं है। मैं छात्रों के साथ खड़ा रहूंगा... दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए... छात्रों पर होने वाले बल प्रयोग के हम खिलाफ हैं।