सोज का यह दुर्भाग्यपूर्ण बयान बुरहान वानी की बरसी से ठीक एक दिन पहले आया था, जब कश्मीरी अलगाववादी एकजुट होने की कोशिशें कर रहे हैं। सोज ने कहा कि मेरे बस में होता तो मैं कहता कि बुरहान को जिंदा रखना चाहिए। अब वो मर गए हैं, तो जो लोग उन्हें शहीद मानना चाहते हैं मानें।
कौन था बुरहान वानी : बुरहान मुजफ्फर वानी आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन का कश्मीर में कमांडर था, जिसे सुरक्षाबलों ने 8 जुलाई, 2016 को एक मुठभेड़ में मार गिराया था। शिक्षक पिता की संतान बुरहान पर 10 लाख रुपए का इनाम घोषित था। उसका बड़ा भाई खालिद मुजफ्फर भी आतंकवादी था, जो सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया।
वानी 2014 में उस समय चर्चा में आया था, जब उसने सेना की वर्दी में हथियार के साथ अपनी तस्वीर शेयर की। सोशल मीडिया के माध्यम से उसने कई कश्मीरी युवाओं को भटकाकर आतंकवाद की राह पर धकेल दिया था। वह हिज्बुल का पोस्टर 'पोस्टर बॉय' बन गया था। बुरहान की मौत के बाद कश्मीर घाटी के हालात काफी खराब हो गए थे। इसके बाद हुई हिंसा में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों लोग घायल गए थे।