भारत ने इस पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा था कि देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय ने कनाडा के उच्चायुक्त को बुलाकर सख्त आपत्ति भी दर्ज कराई थी।
कनाडाई उच्चायुक्त को यह स्पष्ट कर दिया गया था कि भारतीय किसानों से संबंधित मुद्दों पर कनाडाई प्रधानमंत्री की टिप्पणी हमारे आंतरिक मामलों में अस्वीकार्य हस्तक्षेप के समान है।