नई दिल्ली। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने दो भारतीय व्यक्तियों द्वारा अमेरिका में अमेजन ग्राहकों के साथ कथित तौर पर की गई धोखाधड़ी की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ग्राहकों के कम्प्यूटर पर 'बाल यौन शोषण सामग्री' डाल दी गई थी और हैकर्स से उन्हें बचाने के बदले में पैसों की मांग की गई थी।
अधिकारियों ने बताया कि ई-कॉमर्स क्षेत्र की कंपनी के ग्राहक सेवा एजेंट होने की आड़ में ग्राहकों को धोखा देने के सिलसिले में अमेजन की शिकायत पर एजेंसी ने 'सुभाल्स आईटी सॉल्यूशंस' के सचितानंद तिवारी और आयुष तिवारी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
उन्होंने कहा कि घिसे-पिटे तौर-तरीकों का इस्तेमाल करते हुए आरोपी अमेरिका में ई-रिटेलर के ग्राहकों को अमेजन लोगों के साथ एक मेल भेजते थे कि उनके खातों के माध्यम से उनके लिए एक महंगा पार्सल बुक किया गया है, जो फ्लोरिडा में एक गैर-मौजूद पते पर दिया जाएगा।
इन ई-मेलों में एक फर्जी फोन नंबर था जिसे कॉल करने पर भोले-भाले ग्राहक भारत में स्थित धोखेबाजों से जुड़ते थे, जो खुद को अमेजन का ग्राहक प्रतिनिधि बताते थे। अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद वे ग्राहकों को बताते थे कि उनके अमेजन खातों को हैकर्स ने हैक कर लिया है और उन्हें सहायता की जरूरत है।
सीबीआई ने बताया कि आरोपियों ने तब ग्राहकों को उनके 'सिस्टम' को ठीक करने के लिए विभिन्न नकली सॉफ़्टवेयर समाधानों की पेशकश की जिसके लिए उन्होंने 'पेपल' या उपहार कार्ड के माध्यम से अच्छी-खासी रकम वसूली।
जांच एजेंसी ने बताया कि एक के बाद एक इस तरह की कई शिकायतें मिलने के बाद अमेजन ने अपने वकीलों की सलाह पर एक नंबर पर संपर्क किया ताकि यह मालूम चल सके कि वे कैसे काम करते हैं? इसके बाद सीबीआई को इस संबंध में शिकायत की गई।(भाषा)