CBI ने बंद किया सुशांत सिंह राजपूत केस, कांग्रेस ने कहा उल्टी पड़ी सियासी रोटी सेंकने की गंदी राजनीति

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

रविवार, 23 मार्च 2025 (08:11 IST)
Sushant Singh Rajput case : सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी है। सीबीआई ने एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती पर लगे सुशांत को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपों में दोषी नहीं पाया। रिपोर्ट में सुशांत की मौत की असल वजह सुसाइड ही बताया गया है। कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई ने कहा कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के कथित आत्महत्या मामले में सीबीआई द्वारा दाखिल क्लोजर रिपोर्ट से पता चलता है कि भाजपा की लाश पर सियासी रोटी सेंकने की गंदी राजनीति उल्टी पड़ गई है।
 
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर जारी पोस्ट में कहा कि भाजपा ने कांग्रेस, अविभाजित राकांपा और अविभाजित शिवसेना की तत्कालीन एमवीए सरकार को बदनाम करने और बिहार चुनावों में सफलता हासिल करने के लिए अभिनेता की मौत का दुरुपयोग किया।
 

सीबीआयने सुशांतसिंग राजपूत च्या मृत्यूची चौकशी बंद केली आहे. मेलेल्याच्या टाळूवरचे लोणी खाण्याचे भाजपाचे घाणेरडे राजकारण भाजपा वर उलटले आहे. महाविकास आघाडी सरकारला बदनाम करण्यासाठी तसेच बिहार निवडणुकीत यश मिळविण्यासाठी सुशांतसिंग राजपूत च्या मृत्यूचा भाजपाने गैरवापर केला. एवढेच…

— Sachin Sawant सचिन सावंत (@sachin_inc) March 22, 2025
उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं, बिहार में सीआरपीसी का उल्लंघन करते हुए जीरो प्राथमिकी दर्ज की गई और मामला सीबीआई को सौंप दिया गया। यह भी कानून का उल्लंघन है।
 
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने मुंबई की एक विशेष अदालत के समक्ष अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है, जो अब यह तय करेगी कि रिपोर्ट को स्वीकार किया जाए या एजेंसी को आगे की जांच का आदेश दिया जाए।
 
सावंत ने कहा कि तीन जांच एजेंसियां ​​गठित की गईं। विश्वस्तरीय मुंबई पुलिस को बदनाम किया गया। सोशल मीडिया पर रातों-रात लाखों फर्जी अकाउंट बनाए गए और कई कहानियां गढ़ी गईं, ताकि यह छवि बनाई जा सके कि सुशांत की हत्या हुई है और महाविकास आघाडी सरकार मामले को दबा रही है।
 
उन्होंने कहा कि रिया जैसी लड़की को भाजपा की गंदी राजनीति के तहत परेशान किया गया। सुशांत सिंह के रिश्तेदारों को बंधक बनाया गया। यह प्रकरण न केवल सीबीआई और ईडी जैसी राष्ट्रीय जांच एजेंसियों के राजनीतिक दुरुपयोग को उजागर करता है, बल्कि उनकी विश्वसनीयता पर भी गंभीर सवाल उठाता है।
edited by : Nrapendra Gupta 

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी