सीबीआई का दावा है कि उन्होंने ये सबूत पिछले साल मारे गए छापे में राजेन्द्र कुमार के कंप्यूटर से बरामद किए थे। सीबीआई के मुताबिक ऑडियो क्लिप में ईएसपीएल को 50 करोड़ रुपए का ठेका देने के लिए हेराफेरी करने के निर्देश हैं। सीबीआई ने अपनी पहली प्राथमिकी में कहा था कि ईएसपीएल को चार कॉन्ट्रेक्ट दिए गए थे। इनमें दिल्ली ट्रांसपोर्ट लिमिटेड के प्रोजेक्ट भी शामिल हैं। (वार्ता)