पिछले साल चीन ने बाढ़ में हाइड्रोलॉजिकल जानकारी एकत्र स्थलों के बह जाने का कारण बताकर डेटा साझा करने से इंकार कर दिया था। यह भी एक संयोग ही था कि मानसून के दौरान ही 73 दिन का डोकलाम गतिरोध चला था। यह भी संयोगवश हो रहा है कि दोनों देशों की सेनाओं के बीच सालाना अभ्यास पर सहमति होने के साथ ही हाइड्रोलॉजिकल जानकारी साझा की जा रही है। यह अभ्यास डोकलाम गतिरोध की वजह से नहीं हो पाया था।
ब्रह्मपुत्र नदी तिब्बत से निकलती है और अरुणाचल प्रदेश और असम में बहती है और बांग्लादेश से होकर बंगाल की खाड़ी में गिरती है। अधिकारी ने बताया कि हाइड्रोलॉजिकल डेटा साझा करना अहम है, क्योंकि इससे पूर्वोत्तर राज्यों में बाढ़ से संबंधित जानकारी हासिल करने में मदद मिलती है। (भाषा)