BJP नेता बंगाल में फैला रहे हैं Corona, केंद्रीय मंत्री भी आएं तो उन्हें RTPCR की निगेटिव रिपोर्ट लाना होगी : ममता बनर्जी

गुरुवार, 6 मई 2021 (18:23 IST)
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद‍ हिंसा के बाद केंद्र सरकार ने टीम भेजी है। इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री पश्चिम बंगाल में हिंसा भड़का रहे हैं। उन्होंने कहा कि यही लोग बंगाल आकर कोरोना फैला रहे हैं।
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ममता ने हिंसा के बाद की स्थिति देखने पहुंची केंद्रीय टीम को लेकर कहा कि कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच टीम यहां आई, चाय पीकर गई। अब अगर मंत्री यहां विशेष विमान से भी आते हैं तो उन्हें आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट लाना होगा। नियम सभी के लिए एक जैसा है, कोरोना यहां इसलिए बढ़ रहा है क्योंकि बीजेपी के नेता यहां लगातार आ रहे हैं।
 
नई सरकार का गठन हुए 24 घंटे भी नहीं हुए और वे लेटर भेजने लगे अपने नेताओं को बुला लिया। दरअसल वे जनादेश को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। मैं उनसे यह आग्रह करती हूं कि वे जनादेश को स्वीकार करें।
ममता बनर्जी ने फ्री कोरोना वैक्सीन को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि 'मैंने जो चिट्ठी लिखी थी उसका अब तक जवाब नहीं आया है। वे टीका के लिए 30 हजार करोड़ क्यों नहीं आवंटित कर रहे हैं, जबकि नई संसद और मूर्तियों पर 20 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं।
 
उन्होंने कहा कि 'पीएम केयर्स फंड कहां है? पीएम मोदी युवाओं की जिंदगी को खतरे में क्यों डाल रहे हैं? उनके नेताओं को इधर उधर जाने की बजाय कोरोना अस्पतालों का दौरा करना चाहिए। उनके नेता यहां आ रहे हैं और कोविड फैला रहे हैं।
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ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हिंसा में 16 लोगों की मौत हुई। इसमें आधे टीएमसी के हैं। चुनाव के बाद हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों को 2 लाख रुपये का मुआवजा देंगे। पश्चिम बंगाल सरकार कूच बिहार अग्निकांड में मारे गए पांच लोगों के परिजनों को होम गार्ड की नौकरी देगी।

2-2 लाख रुपए की सहायता की घोषणा : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा में 16 लोगों की जान चली गई। इसके साथ ही उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिवार के लिए 2-2 लाख रुपए की सहायता राशि की घोषणा की।
 
बनर्जी ने दौरान कहा कि उनकी सरकार पिछले महीने कूचबिहार के सीतलकूची इलाके में सीएपीएफ की गोलीबारी में मारे गए सभी 5 व्यक्तियों में से प्रत्येक के परिवार के एक सदस्य को होमगार्ड की नौकरी देगी। उन्होंने कहा कि एक सीआईडी ​​टीम ने 10 अप्रैल को विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान के दौरान कूचबिहार में गोलीबारी की घटना की जांच शुरू की है।
 
बनर्जी ने कहा कि चुनाव के बाद की हिंसा में कम से कम 16 व्यक्तियों की मौत हो गई, जिनमें ज्यादातर भाजपा और टीएमसी के कार्यकर्ता और संयुक्त मोर्चा के एक कार्यकर्ता शामिल हैं। हम उनके परिवार के सदस्यों को दो-दो लाख रुपए की अनुग्रह राशि देंगे। हमारी सरकार सीतलकूची घटना के मृतकों के परिजन को होम गार्ड की नौकरी भी देगी। भाजपा पर निशाना साधते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवा पार्टी के लोगों ने अभी तक जनादेश को स्वीकार नहीं किया है। उन्होंने केंद्रीय नेताओं पर राज्य में हिंसा भड़काने का आरोप लगाया।
 
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में मेरे शपथ लेने के 24 घंटे भी नहीं बीते हैं और पत्र मिलने लगे हैं, एक केंद्रीय टीम पहुंची है। ऐसा इसलिए है क्योंकि भाजपा ने अभी तक आम लोगों के जनादेश को स्वीकार नहीं किया है। 
 
मैं भगवा पार्टी के नेताओं से जनादेश को स्वीकार करने का अनुरोध करूंगी। बनर्जी ने कहा कि कृपया हमें कोविड की स्थिति से निपटने पर ध्यान केंद्रित करने दें। हम किसी तकरार में नहीं फंसना चाहते। केंद्रीय गृह मंत्रालय की 4 सदस्य तथ्यान्वेषी टीम को यहां पहुंच गई। टीम को पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा के कारण की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। (एजेंसियां)

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