मोदी सरकार हर मोर्चे पर विफल, दबाए जा रहे हैं विरोध के स्वर : कांग्रेस

Webdunia
मंगलवार, 6 जून 2017 (15:26 IST)
नई दिल्ली। महिलाओं, दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों सहित समाज के विभिन्न वर्गों के लिए किए गए वादों को पूरा करने में नरेन्द्र मोदी सरकार के बुरी तरह विफल रहने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस की शीर्ष निकाय सीडब्ल्यूसी ने देश में भय का माहौल तैयार होने पर मंगलवार को गहरी चिंता जताई।
 
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर हुई कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तथा ए के एंटनी, पी चिदंबरम, गुलाम नबी आजाद सहित विभिन्न वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया। बैठक में रोजगार के अवसर नहीं बढ़ने, जम्मू कश्मीर की स्थिति तथा मीडिया सहित विरोध के स्वरों को कथित रूप से दबाये जाने के मु्द्दों पर पार्टी नेताओं ने विचार विमर्श के दौरान गहरी चिंता जताई।
 
बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी अध्यक्ष सोनिया ने कहा, 'सबसे बुरी बात है कि महिलाएं, दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक एवं अन्य उत्पीड़ित वर्ग संकटपूर्ण समय का सामना कर रहे हैं। विभाजनकारी मुद्दों को हवा दी जा रही है तथा जो लोग अन्य मत या विचार रखते हैं उनके जीवनयापन एवं खानपान की आदतों पर हमला किया जा रहा है।'
 
उन्होंने कहा कि यह सरकार उन लोगों की आवाज दबाने के लिए राज्य की शक्ति का प्रयोग कर रहे हैं जो अलग विचार व्यक्त कर रहे हैं या वैकल्पिक नीतियां एवं दर्शन की बात कर रहे हैं। भले ही वे राजनीतिक नेता, संस्थान, छात्र, सिविल सोसाइटी हो या मीडिया हो, असहिष्णुता बढ़ रही है तथा कानून की खुलेआम अनदेखी कर अलग स्वरों में बोलने वाले लोगों को पीड़ित किया जा रहा है। भीड़ द्वारा पीट पीटकर मार देने वाली घटनाओं का बढ़ना बेहद चिंताजनक है। 
 
सोनिया ने कहा कि उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर का संकट इस सरकार की भारी विफलता का परिणाम है। सीमापार आतंकवाद में वृद्धि हो रही है। केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संवेदनहीन ढंग से स्थिति से निबटने के कारण स्थानीय आबादी विशेषकर युवक अलग थलग महसूस और क्रुद्ध हो रहे हैं। बैठक को संबोधित करते हुए मनमोहन ने कहा कि नोटबंदी के कारण भारत के आर्थिक विकास में भारी गिरावट आई है। (भाषा) 
अगला लेख