उन्होंने बताया कि करीब 75,000 पर्यटक और 17,000 गाड़ियां फंसी थीं, जिन्हें हिमाचल सरकार ने 48 घंटे में सुरक्षित निकाल लिया। राज्य के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और सारे मंत्री रात-रात भर इस आपदा में साथ खड़े रहे।
उन्होंने इस आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जिनके घर टूटे हैं, केंद्र सरकार उनकी आर्थिक मदद करे। सभी राज्यों को आर्थिक सहायता देनी चाहिए। सड़कों का जल्द से जल्द पुनर्निर्माण कराया जाए।
हिमाचल प्रदेश में 24 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से बारिश से संबंधित घटनाओं में 227 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 38 लोग अब भी लापता हैं। 12,000 से अधिक घर पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए।