अअमृतसर। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने जलियांवाला बाग नरसंहार के सौ वर्ष पूरे होने के मौके पर जलियांवाला बाग स्मारक स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस दौरान पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू सहित कांग्रेस के अन्य नेता भी मौजूद थे। सभी नेताओं ने जलियांवाला बाग के भीतर स्थित स्मारक स्थल पर सुबह श्रद्धांजलि अर्पित की साथ ही 13 अप्रैल 1919 को बर्बर तरीके से मौत के घाट उतारे गए लोगों की याद में दो मिनट का मौन भी रखा। गांधी शुक्रवार रात अमृतसर पहुंचे, इसके बाद वह सिंह के साथ स्वर्ण मंदिर गए और वहां मत्था टेका।
गौरतलब है कि अमृतसर में 1919 में वैशाखी त्योहार के दिन जलियांवाला बाग में स्वतंत्रता की मांग के लिए आयोजित एक रैली में कर्नल डायर के निर्देश पर सैनिकों ने निहत्थे लोगों पर गोलियां चलाईं जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे।
इतिहास में दर्ज इस दुखद घटना पर पंजाब सरकार की ओर से कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। शुक्रवार शाम मुख्यमंत्री और राज्यपाल वी पी सिंह बदनोर ने कैंडललाइट मार्च में भी हिस्सा लिया था। सिंह ने भारत के इतिहास में इस घटना को बेहद दुखदाई बताया।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने जलियांवाला बाग नरसंहार पर ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा मे द्वारा खेद जताने को नाकाफी करार दिया। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन द्वारा औपचारिक माफी मांगने से कम कुछ भी स्वीकार्य नहीं होगा।