इनके अलावा झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार, महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण, असम कांग्रेस कमेटी के प्रेसीडेंट रिपुन बोरा, यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर, कमलनाथ समेत कई अन्य नेता या तो इस्तीफा दे चुके हैं या फिर उन्होंने इस्तीफे की पेशकश की है।
पार्टी के भविष्य पर अटकलें गलत : कांग्रेस ने अपने नेताओं, कार्यकर्ताओं और मीडिया से पार्टी के भविष्य को लेकर उठाए जाने वाले कदमों को लेकर अटकलें नहीं लगाने का अनुरोध किया है। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला ने सोमवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि पार्टी हित में उठाए जाने वाले कदमों को लेकर किसी तरह की अटकलों या अफवाहों के जाल में फंसने की जरूरत नहीं है। पार्टी को मजबूत करने और उसके भविष्य के लिए जो भी निर्णय लिए जाएंगे, उसकी जानकारी दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि कार्यसमिति कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारक इकाई है। इस लोकतांत्रिक मंच पर विचारों के आदान-प्रदान के बाद नीतियों का निर्धारण तथा पार्टी हित में कदम उचित कदम उठाए जाते हैं। कार्यसमिति में 25 मई को हुई बैठक में भी सदस्यों ने पार्टी की स्थिति पर विचार-विमर्श किया है। इस बैठक में लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन को देखते हुए आमूलचूल परिवर्तन करने का निर्णय लिया गया और इसके लिए पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को अधिकृत किया गया