नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने के विरोध में रविवार को पार्टी के नेता और कार्यकर्ता पार्टी के नेता और कार्यकर्ता रविवार को देशव्यापी सत्याग्रह करेंगे। राहुल गांधी के प्रति एकजुटता प्रकट करते हुए यह संकल्प सत्याग्रह सभी प्रांतों एवं जिलों में महात्मा गांधी की प्रतिमाओं के समक्ष होगा। यह सुबह 10 बजे से आरंभ होकर शाम 5 बजे तक चलेगा।
सत्याग्रह शुरू होने से पहले कांग्रेस को उस समय बड़ा झटका लगा जब पुलिस ने उन्हें राजघाट पर प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस के कई अन्य नेता दिल्ली में राजघाट पर आयोजित संकल्प सत्याग्रह में शामिल होने वाले थे।
पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सभी प्रदेश इकाइयों को भेजे पत्र में कहा है कि न्याय की इस लड़ाई में राहुल गांधी अकेले नहीं हैं, लाखों कांग्रेसी और करोड़ों लोग उनके साथ खड़े हैं। हम अपने नेता और उनकी निडर लड़ाई के समर्थन में सत्याग्रह करेंगे। स्वराज इंडिया ने कांग्रेस के इस सत्याग्रह के प्रति अपना समर्थन जताया है।
केरल की वायनाड संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे राहुल गांधी को सूरत की एक अदालत द्वारा वर्ष 2019 के मानहानि के एक मामले में सजा सुनाये जाने के मद्देनजर शुक्रवार को लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य ठहरा दिया गया। लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि उनका अयोग्यता संबंधी आदेश 23 मार्च से प्रभावी होगा।
सूरत की एक अदालत ने मोदी उपनामसंबंधी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि के एक मामले में उन्हें गुरुवार को दोषी ठहराया तथा दो साल कारावास की सजा सुनाई थी।
राहुल को सजा के ऐलान के बाद लोकसभा सचिवालय ने नोटिस जारी कर कांग्रेस नेता की लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी। इसके बाद से ही भाजपा और कांग्रेस में जमकर जुबानी जंग चल रही है। भाजपा जहां इस मामले में ओबीसी कार्ड खेलने का प्रयास कर रही है वहीं कांग्रेस राहुल को सजा को बदले की राजनीति और लोकतंत्र को दबाने का प्रयास बता रही है।