खबरों के मुताबिक पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री की ओर से कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में अध्यक्ष के चुनाव से संबंधित कार्यक्रम रखे जाने से पहले शर्मा ने दावा किया कि उन्हें शिकायत मिली है कि निर्वाचन सूची को अंतिम रूप देने के लिए न तो कोई ऑनलाइन बैठक हुई और न ही प्रत्यक्ष उपस्थिति वाली कोई बैठक हुई।
उधर, जी 23 में शर्मा के साथी रहे गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था और आरोप लगाया था कि कांग्रेस नेतृत्व आंतरिक चुनाव के नाम पर धोखा दे रहा है। उन्होंने राहुल गांधी पर अपरिपक्व और बचकाने व्यवहार का आरोप भी लगाया था। कांग्रेस ने उन पर पलटवार करते हुए पार्टी को धोखा देने का आरोप लगाया था और कहा था कि उनका डीएनए मोदी-मय हो गया है।