अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा 22 जनवरी को की गई थी। नवंबर 2019 में उच्चतम न्यायालय की पांच न्यायाधीशों की पीठ ने अयोध्या की विवादित जमीन को राम जन्मभूमि मंदिर बनाने के लिए एक ट्रस्ट को सौंपने का आदेश दिया था, वहीं शीर्ष अदालत ने सरकार को सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद बनाने के लिए किसी अन्य स्थान पर 5 एकड़ जमीन देने का भी निर्देश दिया था।(भाषा)
Edited By : Chetan Gour