इस संबंध में डॉ. प्रीति सिंह कहती हैं कि लोगों में कोरोना का डर खत्म हो गया है। वे लापरवाही बरतने लगे हैं। मास्क और सैनेटाइजर का उपयोग करना उन्होंने बंद कर दिया। इसके साथ ही मौसम में जो उतार-चढ़ाव आ रहा है वह भी संक्रमण बढ़ने का एक कारण हो सकता है। दूसरी ओर, भारत से बाहर जाने वालों की तो स्क्रीनिंग और टेस्ट हो रहे हैं, लेकिन ट्रेन और बस में जाने वालों पर किसी का ध्यान नहीं है। ऐसे में एक संक्रमित व्यक्ति कई लोगों को संक्रमित कर सकता हैं। एसिम्टोमैटिक लोगों से भी दूसरों को संक्रमण हो सकता है।