कार्यवाही शुरू होने से पहले अदालत ने राणा से पूछा था कि क्या उसके पास कोई वकील है। राणा ने बताया कि उसके पास कोई वकील नहीं है। इस पर अदालत ने बताया कि दिल्ली विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से उसे वकील मुहैया कराया जा रहा है। इसके बाद वकील पीयूष सचदेवा को उसका प्रतिनिधित्व करने के लिए नियुक्त किया गया।(भाषा)