गुजरात के तट से टकराया चक्रवाती तूफान बिपरजॉय, तेज हवाओं के साथ भारी बारिश, कई इलाकों में बिजली गुल

गुरुवार, 15 जून 2023 (19:00 IST)
Storm Biparjoy hit the coast of Gujarat: गुजरात के तट पर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का लैंडफॉल शुरू हो गया है, जो कि करीब रात 12 बजे तक चलेगा। इसके चलते सौराष्ट्र और कच्छ में भारी बारिश हो रही है। फिलहाल तूफान 115-125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा है। राज्य के 1700 से अधिक गांव, 75 तट, 41 बंदरगाहों पर इसका ज्यादा असर देखने को मिल सकता है। 

 
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्रा के अनुसार फिलहाल तूफान 115 से 125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा है। कच्छ और सौराष्ट्र में इसका लैंडफॉल शुरू हो गया है। इसके असर से सौराष्ट्र, कच्छ में भारी बारिश हो रही है, आगे और तेज बारिश की संभावना है। उन्होंने बताया कि मध्य रात्रि तक लैंडफॉल जारी रहेगा।
 
जखाऊ बंदरगाह पूरी तरह बंद : इस बीच, जखाऊ बंदरगाह को जनता और मीडियाकर्मियों के लिए पूरी तरह बंद कर दिया गया है। कच्छ में तूफान का असर धीरे-धीरे बढ़ रहा है। जखाऊ मरीन पुलिस पीआई डीएस इशरानी ने जखाऊ बंदरगाह का रास्ता बंद कर दिया है। बंदरगाह पर समुद्र के स्तर में वृद्धि देखी गई है। जखाऊ बंदरगाह पर मजदूरों के घर में पानी घुस गया है। 
कच्छ हाई अलर्ट पर : चक्रवात के संभावित प्रभाव के बाद कच्छ हाई अलर्ट पर है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ दमकल की 4 विभागों की टीम भी कच्छ पहुंच गई है। अहमदाबाद फायर की 4 टीमें उपकरण लेकर कच्छ पहुंच चुकी हैं। तूफान के बाद टीम राहत-बचाव में सक्षम है। टीम नलिया, नारायण सरोवर, मांडवी और भुज में तैनात रहेगी।

मेटल कटर, वुड कटर सहित उपकरणों के साथ टीम तैयार रहेगी मांडवी बीच पर समुद्र में तूफान देखा गया है। चक्रवात बिपरजॉय के विनाशकारी प्रभाव के बीच समुद्र का स्तर दोगुना हो गया है। समुद्र की लहरें किनारे के पास बने फूड स्टॉल तक पहुंच गई हैं।  समुद्र तट पर स्टॉल और शेड सहित अन्य सामान क्षतिग्रस्त हो गए।

मांडवी बीच बंद : पुलिस ने मांडवी बीच को सभी के लिए बंद कर दिया है। पुलिस सुरक्षा और मीडिया कर्मियों को भी फिलहाल समुद्र तट से रोक दिया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने ट्वीट किया कि चक्रवात बिपारजॉय अब जखाऊ बंदरगाह से 80 किमी और द्वारका से 130 किमी दूर है। कच्छ जिले में 22 खंभे और 2 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। तेज हवा और पेड़ तारों पर गिरने से बिजली के खंभे गिर रहे हैं। (वेबदुनिया)

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