कासकर और उसके दो सहयोगियों को हाल ही में मुंबई में पुलिस के एक फिरौती रोधी प्रकोष्ठ ने गिरफ्तार किया था। सूत्रों ने बताया कि पुलिस की प्राथमिकी के आधार पर कासकर, उसके सहयोगियों - जेड सैय्यद और मुमताज ए शेख तथा अन्य के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधान लगाए गए हैं। इन लोगों पर वसूली करने और संपत्ति के अवैध हस्तांतरण का आरोप है।
पुलिस का आरोप है कि कासकर और उसके सहयोगी दाऊद के नाम पर 2013 से ठाणे में एक प्रमुख बिल्डर को धमकी दे रहे थे और उनसे 30 लाख रुपए तथा चार फ्लैट (पांच करोड़ रुपए मूल्य के) ऐंठे थे। उन्होंने बताया कि ईडी इस मामले में आरोपियों के अपराध की संदिग्ध प्रक्रिया की जांच करेगी। इन लोगों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे।
ठाणे पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह के मुताबिक पुलिस इस बारे में भी छानबीन कर रही है कि क्या दाऊद की भी इस मामले में भूमिका थी और यदि ऐसा पाया गया, उसे भी मामले में आरोपी बनाया जाएगा। बिल्डर की शिकायत के आधार पर ठाणे के कारवादावली पुलिस थाना में एक मामला दर्ज किया गया था। बाद में यह मामला ठाणे पुलिस की वसूली रोधी प्रकोष्ठ को सौंप दिया गया था। (भाषा)