नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चल रहे तनाव के बीच आज सोमवार को भारत और चीन में कमांडर स्तर की 7वें दौर की बातचीत शुरू हो चुकी है। आज ही रक्षामंत्री राजनाथ सिंह देश की सीमाओं से सटे 7 अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 44 पुलों का ई-उद्घाटन करेंगे। इन पुलों के निर्माण से सरहदी इलाकों में भारतीय सेना के पहुंचने में आसानी होगी। पिछले साढ़े 4 महीने से पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी पर भारत का चीन से टकराव चल रहा है।
22 पुल अकेले चीन की सीमा पर : पहली बार देश की अलग-अलग सीमाओं पर बने पुलों का एकसाथ उद्घाटन किया जा रहा है। पिछले 2 महीने से चीन से चल रही तनातनी के बीच बीआरओ दिन-रात एक कर सीमाओं की नदी-नालों पर पुलों का निर्माण कर रही है। इनमें से 22 अकेले चीन सीमा पर जाने के लिए तैयार किए गए हैं। इनमें से एक हिमाचल प्रदेश के दारचा में तैयार किया गया है, जो करीब 350 मीटर लंबा है।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार बीआरओ द्वारा निर्मित इन 44 ब्रिज में से 10 जम्मू-कश्मीर में हैं। 7 लद्दाख, 2 हिमाचल प्रदेश, 4 पंजाब, 8 उत्तराखंड, 8 अरुणाचल प्रदेश और 4 सिक्किम में हैं। पुलों का उद्घाटन रक्षामंत्री राजनाथ सिंह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए करेंगे। इस दौरान हिमाचल प्रदेश, पंजाब, अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड और सिक्किम के मुख्यमंत्रियों के साथ जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के उपराज्यपाल भी मौजूद रहेंगे। बीआरओ के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल हरपालसिंह इस अवसर पर मौजूद रहेंगे।