Delhi Pollution news : दिल्ली और इसके आस-पास के क्षेत्रों में एक दिन पहले हवा की गुणवत्ता में मामूली सुधार के बाद फिर से हवा जहरीली हो गई। इधर पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं थमने का नाम ही नहीं ले रही है। यहां सोमवार को पराली जलाने के 634 मामले हुए। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने अनुमान जताया है कि आने वाले दिनों में कुछ खास राहत की संभावना नहीं है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार दिल्ली में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में बनी हुई है। गुरुग्राम को छोड़कर दिल्ली NCR का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 300 से ऊपर रहा। आनंद विहार में AQI 374, जहांगीरपुरी में 399, लोधी रोड में 315, न्यू मोती बाग में 370 दर्ज किया गया है। इससे पहले सोमवार को दिल्ली का AQI 348 था जबकि रविवार को AQI 301 दर्ज किया गया था।
शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा, 51 और 100 के बीच संतोषजनक, 101 और 200 के बीच मध्यम, 201 और 300 के बीच खराब, 301 और 400 के बीच बहुत खराब, 401 और 450 के बीच गंभीर और 450 से ऊपर को अति गंभीर माना जाता है।
केंद्र सरकार ने शनिवार को दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में हवा की अनुकूल गति के कारण वायु गुणवत्ता में हुए सुधार के बाद क्रमिक प्रतिक्रिया कार्य योजना (जीआरएपी) के चौथे चरण के तहत लगाए गए प्रतिबंधों को रद्द करने का आदेश दिया था।
एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने दिल्ली-एनसीआर से सभी आपातकालीन कदमों को रद्द करने का आदेश दिया जिनके तहत केवल सीएनजी, इलेक्ट्रिक और बीएस (भारत स्टेज)-छह वाहनों के दिल्ली में प्रवेश की अनुमति होती है।
जीआरएपी के चौथे चरण में केवल आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहनों को दिल्ली में प्रवेश की अनुमति दी गई थी जबकि बाकी सभी मध्यम एवं भारी माल वाहक वाहनों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया गया था।
पंजाब में पराली जलाने के 634 मामले : पंजाब में सोमवार को पराली जलाने के 634 मामले सामने आए। वहीं पुलिस द्वारा किसानों को पराली जलाने से रोकने के लगातार प्रयासों के बावजूद राज्य के कई इलाकों में ये सिलसिला लगातार जारी है। पंजाब पुलिस ने बताया कि उसने पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ 8 नवंबर से 1,084 प्राथमिकियां दर्ज की हैं और 7,990 मामलों में 1.87 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया है।