भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए एलनगोवन एनएनआई पर कहा कि ये इतिहास को पौराणिक कथाओं से बदलना चाहते हैं। किसी भी देश को अपने इतिहास पर गर्व होना चाहिए। दरअसल, डीएमके नेता का यह बयान राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी को निमंत्रण दिए जाने के संदर्भ में सामने आया है।
इतिहास बदलने की कोशिश : एलनगोवन ने कहा कि भाजपा इतिहास को पौराणिक कथाओं से बदलने का प्रयास कर रही है। हम इनसे और उम्मीद कर भी क्या सकते हैं। वे इसे एक राजनीतिक टूल के रूप मे उपयोग करना चाहते हैं। उनकी राम में कोई दिलचस्पी नहीं है। उनके लिए राम से ज्यादा राजनीतिक लाभ महत्वपूर्ण है। यही कारण है कि वे राम के नाम का उपयोग राजनीतिक लाभ के लिए कर रहे हैं।
क्या कहा था उदयनिधि ने : उल्लेखनीय है कि डीएमके सरकार के मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने भी सनातन धर्म को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने सनातन उन्मूलन सम्मेलन में कहा था कि सनातन का केवल विरोध नहीं होना चाहिए, बल्कि इसे समाप्त ही कर देना चाहिए। सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। उन्होंने कहा था- हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते, हमें इसे मिटाना है। इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है।
ट्विटर पर हुए ट्रोल : ट्विटर पर एलनगोवन के बयान पर लोगों तीखी टिप्पणिया कीं। शुभम द्विवेदी ने लिखा- इस हिन्दू विरोधी पार्टी डीएमके को न्योता कौन दे रहा है। ये और कांग्रेस दोनों राम को काल्पनिक मानते हैं। इन्हें कार्यक्रम से दूर रखो। द्रमुक को औपनिवेशिक गुलाम कहते हुए आदि ने लिखा- यह जोकर इतिहास और मिथक में अंतर नहीं जानता।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala