क्या सिलक्यारा टनल हादसे से अडाणी समूह का कोई संबंध है?

Webdunia
सोमवार, 27 नवंबर 2023 (17:13 IST)
Adani Group clarification on Tunnel Accident: क्या सिलक्यारा टनल हादसे से अडाणी समूह का कोई संबंध है? पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी इस मामले में सवाल उठाए हैं। हालांकि उद्योगपति गौतम अडाणी के समूह ने सोमवार को कहा कि उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग के निर्माण में उनकी कोई प्रत्यक्ष या परोक्ष भागीदारी नहीं है। इस सुरंग में 12 नवंबर से 41 मजदूर फंसे हुए हैं।
 
अडाणी समूह के एक प्रवक्ता ने बयान में कहा कि सुरंग के निर्माण में शामिल कंपनी में समूह का कोई स्वामित्व या हिस्सेदारी नहीं है। उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया के एक हिस्से में सिलक्यारा सुरंग के निर्माण में अडाणी समूह के शामिल होने का संदेह जताया गया है। 
 
स्वामी ने उठाए सवाल : पूर्व केन्द्रीय मंत्री और भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने भी इस मामले में सवाल उठाते हुए कहा कि उत्तराखंड यह सुरंग किस निजी कंपनी द्वारा बनाई गई थी? जब इस सुरंग में मलबा गिरा तो इसके शेयरधारक कौन थे? क्या उनमें से एक अडाणी ग्रुप था? मैं सिर्फ पूछ रहा हूं। 
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This Uttarakhand tunnel was built by which private company? Who were its share holders when the collapse took place? Was one of them Adani Group? I am asking not implying.

— Subramanian Swamy (@Swamy39) November 27, 2023 >
क्या कहा अडाणी समूह ने : अडाणी समूह के प्रवक्ता ने कहा कि हम स्पष्ट करते हैं कि अडाणी समूह या उसकी किसी अनुषंगी कंपनी की सुरंग के निर्माण में किसी भी प्रकार की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष भागीदारी नहीं है। हम यह भी स्पष्ट करते हैं कि सुरंग के निर्माण में शामिल कंपनी में हमारी कोई हिस्सेदारी नहीं है।’’
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Clarification on nefarious attempts to link us to the unfortunate collapse of a tunnel in Uttarakhand. pic.twitter.com/4MoycgDe1U

— Adani Group (@AdaniOnline) November 27, 2023 >
अडाणी समूह ने उसका नाम इस हादसे से जोड़े जाने की कड़ी निंदा की है। समूह ने हादसे के प्रति संवेदना जाहिर करते हुए कहा कि सुरंग में फंसे मजदूरों और उनके परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। हम सभी की सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। 
 
उल्लेखनीय है कि यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बन रही सिलक्यारा सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था। इससे उसमें काम कर रहे 41 मजदूर फंस गए। उन्हें बाहर निकालने के लिए युद्ध स्तर पर कई एजेंसियां बचाव अभियान चला रही हैं। (वेबदुनिया/एजेंसी)