जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा कि उसने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत कोडा पेमेंट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (सीपीआईपीएल) के 3 परिसरों की तलाशी ली। ईडी के अनुसार कंपनी ने अब तक 2,850 करोड़ रुपए जुटाए और इसमें से कर समेत मामूली मुनाफा रखकर 2,265 करोड़ रुपए भारत के 'बाहर' भेज दिए गए।
प्रवर्तन निदेशालय ने बताया कि कंपनी गरेना, फ्री फायर, तीन पत्ती गोल्ड, कॉल ऑफ ड्यूटी जैसे मोबाइल गेम का संचालन करती है। बयान के अनुसार कई पुलिस प्राथमिकी और गेमिंग पोर्टल्स चलाने वाले गेमर्स और कुछ अन्य मामलों पर भी संज्ञान लेने के बाद कंपनी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया था।
ईडी ने आरोप लगाते हुए कहा कि गरेना और कोडा पेमेंट्स इंडिया जैसे गेम डेवलपर्स ने 'जानबूझकर' भुगतान तंत्र को इस तरह से तैयार किया कि पहले सफल लेनदेन के बाद गेम की तरफ से एक अधिसूचना आती है, जो बिना किसी प्रमाणीकरण के अगली बार भी भुगतान करने की अनुमति मांगती है।(भाषा)