उस दौरान वे स्वास्थ्यगत परेशानियों के कारण दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती थीं। हालांकि कुछ ही दिनों में वो डिस्चार्ज हो गई थीं। ऐसे में अब 21 जुलाई को उनको पूछताछ के लिए बुलाया गया है। पिछले महीने राहुल गांधी से 5 दिन में करीब 50 घंटे पूछताछ हुई थी। उस दौरान धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनका बयान दर्ज किया गया। राहुल गांधी ने कहा था कि उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय का पूरा सहयोग किया गया है।