नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उस दावे को तथ्यों के आधार पर गलत बताया है, जिसमें उन्होंने आयोग के हवाले से दिल्ली के 10 लाख मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से काटे जाने की बात कही थी।
आयोग ने शुक्रवार को केजरीवाल द्वारा मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ओपी रावत से इस मामले में मुलाकात के बाद किए गए दावे को गलत बताया। आयोग की प्रवक्ता शेफाली शरण ने ट्वीट कर कहा कि तथ्यों के आधार पर यह गलत है। चुनाव आयोग ने 10 लाख मतदाताओं के नाम काटे जाने की पुष्टि नहीं की है, जैसा कि आप नेताओं का प्रतिनिधिमंडल यह दावा कर रहा है।
आयोग के खंडन पर चड्ढा ने कहा कि चुनाव आयुक्तों से मुलाकात के दौरान मेरे अलावा जितने भी लोग मौजूद थे, उनमें से कोई भी संभवत: इस बात से इंकार नहीं करेगा कि सीईसी ने 10 लाख से अधिक लोगों के नाम काटे जाने की बात कही थी।