Indira Gandhi International Airport accident: हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 पर शुक्रवार को जब छत का एक हिस्सा गिरा तो उस समय किसी चीज के टूटने जैसी कोई तेज आवाज नहीं हुई। हालांकि कारों पर (छत के हिस्से के साथ) लोहे की शहतीरें (beams) गिरने पर लोगों को घटना पता चली और वहां अफरा-तफरी मच गई व लोग मदद के लिए चिल्लाते नजर आए। हादसे के दौरान वहां मौजूद एक प्रत्यक्षदर्शी ने यह बात कही।
घायलों और मृतक की शिनाख्त : पुलिस अधिकारियों ने कहा कि घायलों की पहचान संतोष कुमार यादव (28), शुभम शाह (30), दशरत अहिरवार (25), अरविंद गोस्वामी (34), साहिल कुंदन (27) और योगेश धवन (44) के रूप में हुई है। ये सभी दिल्ली, गुजरात और मध्यप्रदेश के निवासी हैं, जबकि मृतक की पहचान रमेश कुमार के रूप में हुई है।
क्या कहा मंत्री ने : नागर विमानन मंत्री के. राम मोहन नायडू ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि मैं व्यक्तिगत रूप से दिल्ली में हवाई अड्डे के 'टी-1' पर छत का एक हिस्सा गिरने की घटना की निगरानी कर रहा हूं। घटनास्थल पर बचावकर्मी काम कर रहे हैं। साथ ही विमानन कंपनियों को टी1 पर सभी प्रभावित यात्रियों की सहायता करने की सलाह दी गई है।
जांच के लिए तकनीकी समिति : दिल्ली हवाई अड्डे का संचालन करने वाली कंपनी डायल ने शुक्रवार को हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 पर छत का एक हिस्सा ढहने की घटना की जांच के लिए एक तकनीकी समिति गठित की है, जो जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट देगी। डायल ने कहा कि शुरुआती जांच में घटना का कारण संभवत: भारी बारिश है। डायल ने कहा कि वह स्थिति का आकलन करने और परिचालन बहाल करने के लिए नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA), नागर विमानन ब्यूरो (BCAS), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), दिल्ली पुलिस और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) सहित सभी संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही है। टर्मिनल-1 का उपयोग इंडिगो और स्पाइसजेट की घरेलू उड़ानों के लिए किया जाता है। (भाषा)