सीबीआई ने 2002 से 2011 के बीच भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) द्वारा खेल को बढ़ावा देने के लिये जेकेसीए को दिए गए अनुदान में से 43.69 करोड़ रुपए के गबन के मामले में अब्दुल्ला, खान, मिर्जा के अलावा मीर मंजूर गजनफर अली, बशीर अहमद मिसगार और गुलजार अहमद बेग (जेकेसीए के पूर्व अकाउंटेंट) के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया था।