बम-बंदूक सब बेअसर, छुआ तो झटका, पीछा किया तो कोहरा, इतनी शक्‍तिशाली है US प्रेसिडेंट की कार The Beast

Webdunia
गुरुवार, 7 सितम्बर 2023 (17:30 IST)
The Beast car : जी-20 शिखर सम्‍मेलन भारत की राजधानी दिल्‍ली में  आयोजित होने वाला है। इसमें कई देशों के राष्‍ट्राध्‍यक्षों के साथ ही अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडेन भी शामिल होंगे। उनके दिल्‍ली पहुंचने की तैयारियां हो चुकी हैं। जी-20 शिखर सम्‍मेलन के दौरान वह राजधानी के मौर्या शेरेटन होटल में ठहरेंगे।

राष्‍ट्रपति बाइडेन के साथ उनकी खास कार ‘द बीस्‍ट’ भी भारत आ चुकी है। कैडिलेक की कार ‘The Beast’ को दुनिया की सबसे सुरक्षित कार माना जाता है। इसमें किले जैसी चाक-चौबंद है, इतनी सुरक्षित की अंदर बैठे व्‍यक्‍ति को कोई छू तक नहीं सकता। आइए जानते हैं आखिर क्‍या है अमेरिकी प्रेसिडेंट जो बाइडेन की इस कार The Beast की खासियत।

2001 में मिला था The Beast : बोइंग सी-17 ग्लोबमास्टर-3 ये एक बड़ा सैन्य परिवहन विमान है। इसमें भारत आने वाली 'द बीस्ट' दुनिया की सबसे मजबूत और सुरक्षित कार कही जाती है। ये बुलेटप्रूफ कार हर समय अमेरिकी सीक्रेट सर्विसेस की निगरानी में रहेगी। 'द बीस्ट' को 2001 में ये नाम मिला था। तब तात्कालिक अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश इसमें यात्रा करते थे।

किस कंपनी ने बनाई है The Beast : कैडिलैक वन (Cadillac One) को अमेरिकी कंपनी जनरल मोटर्स ने बनाया है। ये 2018 में बनकर तैयार हुई थी। ये कार दुनिया की सबसे खास कारों में से एक है। माना जाता है कि GM ने इसे बड़े ट्रकों जैसा बनाया है। हालांकि, इसमें कैडिलैक एस्केलेड जैसी कार में मिलने वाली सभी सुविधाएं हैं। 'द बीस्ट' का वजन करीब 9000 किलो हो सकता है। और इसमें 7 लोग बैठ सकते हैं।

ऐसे चकमा देने में माहिर है The Beast : ‘द बीस्‍ट’ किसी को भी चकमा दे सकती है। खासतौर से तब जब कोई इस कार का पीछा करता है तो यह अपने पीछे कोहरा बिछा देती है। दरअसल, इसके हाई रिस्‍क व्‍हीकल्‍स में रक्षात्मक स्मोक स्क्रीन दी गई है। स्मोक स्क्रीन एक तेल आधारित मिश्रण को भाप में तब्‍दील करने के लिए गर्म करती है। यह भाप बाहर निकलने वाली ठंडी बाहरी हवा के साथ मिलकर पीछे की तरफ कोहरा फैला देती है।

छूने पर तेज करंट का झटका : बैलिस्टिक ग्‍लास विंडो को अगर कोई कवच भेदने वाली गोलीबारी से तोड़ना चाहे तो भी उसका हमला बेअसर होगा। अगर कोई ‘द बीस्ट’ के डोर का हैंडल छूने की कोशिश करेगा तो उसे जबरदस्‍त करंट का झटका लगेगा। इसका स्विच फ्लिप करने पर हमलावर को गंभीर झटका लगता है, यह स्‍विच कार के अंदर से ऑपरेट होता है। इसका इलेक्ट्रिक शॉक सिस्टम कार की 12 वोल्ट बैटरी पावर को 120 वोल्ट करंट में बदलकर जिसे सीधे कार डोर के हैंडल में सप्‍लाई करता है। जिस वजह से इसे कोई छू नहीं सकता।

गोलीबारी का नहीं होगा कार पर असर : ‘द बीस्‍ट’ पूरी तरह से बुलेट प्रूफ कार है। इसकी बुलेट प्रूफ क्षमता 1000 पाउंड तक की है। इसे सबसे हल्‍के अपारदर्शी व्‍हीकल कवच की सुरक्षा मिलती है। ये बैलिस्टिक स्‍टील के मुकाबले 10 गुना ज्‍यादा मजबूत होता है। इसके दरवाजे, शीशे समेत किसी भी हिस्‍से में गोली नहीं धंस सकती है। कैडिलेक की ‘द बीस्‍ट’ में एक्‍सटर्नल माइक्रोफोन के साथ एक कम्‍युनिकेशंस सेंटर भी होता है। इससे कार के अंदर मौजूद राष्‍ट्रपति समेत बाकी लोग खिड़की नीचे किए बिना या दरवाजा खोले बिना बाहर की आवाजें आसानी से सुन सकते हैं। इसकी विंडोज भी बेहद खास होती हैं। इसमें बैलिस्टिक ग्‍लास विंडो होती हैं, जिन पर बंदूकों की गोलियों का भी कोई असर नहीं होता है।

ऐसे हाल में भी चल सकती है 50 मील : द बीस्‍ट की एक और खासियत यह है कि पंक्‍चर होने के बाद भी यह करीब 50 किमी की दूरी तय कर सकती है। इस कार में सबसे उपयोगी सुरक्षा सुविधा रन-फ्लैट टायर भी दिया गया है। इस सुविधा की वजह से ही अगर द बीस्‍ट के टायर पंक्‍चर हो जाएं तो भी कार सडक पर दौड़ सकती है। रन-फ्लैट टायर इंसर्ट का मतलब है कि ये कार 70 मील प्रति घंटे की रफ्तार से 50 मील से ज्‍यादा तक चल सकती है।
Edited by Navin Rangiyal

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